छतरपुर। बुंदेलखंड में ऊंच-नीच, छुआछूत और वर्ग भेद अब भी जारी है। गाहे-बगाहे ऐसी तस्वीरें भी सामने आ जाती हैं जो इन हालातों को बयां कर जाती हैं, ऐसा ही मामला छतरपुर में सामने आया है, जहां दलित दूल्हे का घोड़ी पर बैठना अन्य लोगों को रास नहीं आया और उन्होंने पथराव तक कर दिया।
यह मामला है छतरपुर जिले की बकस्वाहा थाने के चौरई गांव का हैं, यहां दलित समाज से नाता रखने वाले रितेश अहिरवार की शादी थी और उससे पहले वैवाहिक रस्म अदा की जाती है, जिसमें दूल्हा घोड़ी पर बैठ कर अपने गांव में निकलता है, जिसे राछ कहा जाता है। गाव में बारात निकालने को लेकर दबंग वर्ग के लोग पहले ही धमका चुके थे। गांव के दबंगों के रवैए के चलते आशंका थी कि कोई विवाद हो सकता है, इसी के चलते पुलिस बल को गांव में तैनात किया गया था, जब दूल्हा घोड़ी पर बैठकर निकला तो दूसरे समाज के लोगों को यह बात रास नहीं आई, और उन्होंने पथराव कर दिया। इस पथराव में दलित वर्ग के सदस्यों के साथ पुलिस जवानों को भी चोटें आई हैं।
दलित की घोड़ी पर बैठने पर पथराव किए जाने का मामला सामने आने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दूल्हे की गांव में अन्य रस्में पूरी कराने के बाद बारात सागर जिले के शाहगढ़ के लिए रवाना की गई।
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के अनुसार पथराव करने वाले आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस कर्मचारियों को भी चोटें आई हैं, वहीं गांव में पुलिस की तैनाती की गई है और गांव वालों को समझाइश दी जा रही है। स्थिति शांतिपूर्ण है।