संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को बयान जारी कर उत्तरी गाजा में एक दुर्घटना में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की निंदा की और संघर्ष विराम की मांग की।
फ़िलिस्तीन समाचार एजेंसी वफ़ा के मुताबिक, “गाजा के स्वास्थ्य मंत्री ने अपने बयान में कहा कि 8 अक्टूबर, जब से इजराइल ने हमला किया, तब से गाजा में मृतकों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, गाजा सिटी क्षेत्र में गुरुवार को एक खाद्य काफिले के आसपास हुई घटना में 104 लोग मारे गए और 700 से अधिक घायल हो गए।”
एजेंसी ने चिकित्सकीय सूत्रों से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि मानवीय सहायता के लिए ट्रक का इंतजार कर रहे लोगों पर इजराइली सैनिकों ने भारी मशीनगनों से हमला किया।
डुजारिक ने कहा, “सेक्रेटरी जनरल ने उत्तरी गाजा में हुए उस हमले की निंदा की, जिसकी जद में आकर जीवन रक्षक सहायता की मांग करने वाले लोग मारे गए।”
उन्होंने कहा, “गुटेरेस गाजा के संघर्ष में लोगों के मारे जाने से स्तब्ध हैं। इस संघर्ष की जद में आकर कथित तौर पर 30 हजार लोग मारे गए और 70 हजार लोग घायल हो गए। यही नहीं, कई लोग मलबे के नीचे भी दबे हुए हो सकते हैं, लेकिन अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं है।”
हालांकि, उन्होंने अपने बयान में इजराइल का जिक्र नहीं किया। वहीं, डुजारिक ने पत्रकारों को बताया कि संयुक्त राष्ट्र को अभी तक इसकी प्रत्यक्ष जानकारी नहीं है कि क्या हुआ, लेकिन हिंसा के कारण यह घटना हुई।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने गाजा में हुई हत्याओं को “नरसंहार” कहा।
उन्होंने जिनेवा में अधिकृत फ़िलिस्तीन क्षेत्रों पर एक बैठक में कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि गाजा में हमारी आंखों के सामने जो भयावहता सामने आ रही है, उसे शब्दों में बयां करने की अपनी कोई सीमा नहीं है।”
हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा, “यह गहरा आघात पहुंचाने वाला और पूरी तरह से अनुचित है।” वहीं, इसकी प्रतिक्रिया में इजराइली सैनिकों द्वारा की गई क्रूरता की भी उन्होंने आलोचना की। उन्होंने कहा, “हमास की क्रूरता का जवाब देते हुए इजराइली सैनिकों ने अपनी प्रतिक्रिया में जिस तरह कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया, तो वहीं कइयों को अपंग बना दिया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी और पत्रकार भी शामिल हैं।”
तुर्क ने कहा, “अक्टूबर से लेकर अब तक 1 लाख लोग मारे जा चुके हैं, तो वहीं कई घायल हो गए हैं। हर 20 बच्चों, महिलाओं और पुरुषों में से लगभग एक अब मर चुका है या घायल है।”
वहीं, जब इजराइल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की थी, तो उत्तरी गाजा में रहने वाले लोगों को दक्षिणी गाजा में जाने के लिए कह दिया गया था। इस बीच कई फिलिस्तीनी उत्तरी हिस्से में फंस गए, जहां इजराइली सैनिकों ने जमीन, हवा और समुद्र से हमला करना शुरू कर दिया।
इस बीच वांशिगटन में पत्रकारों से बात करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वीकार किया कि गुरुवार की घटना ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के लिए बातचीत को जटिल बना दिया है।
उन्होंने घटना पर कोई रुख अपनाने से इनकार करते हुए कहा, “हम अभी इसकी जांच कर रहे हैं। लेकिन जो हुआ उसके दो अलग-अलग पहलू हैं। मेरे पास अभी तक कोई जवाब नहीं है।”
इज़राइल ने कहा कि उसकी सेनाओं ने उस भीड़ पर गोलियां चलाईं जो खतरनाक ढंग से उनकी ओर बढ़ रही थी, लेकिन दावा किया कि हाथापाई में दर्जनों लोग ट्रकों द्वारा कुचले जाने या कुचले जाने से मारे गए।
इजराइल के लिए जो बाइडेन के समर्थन के बढ़ते विरोध से दुनिया स्तब्ध है। इस सप्ताह मिशिगन में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राथमिक चुनाव में 100,000 से अधिक विरोध वोटों से यह प्रकट हुआ। अमेरिका अपनी स्थिति में अब सुधार कर रहा है, मानवीय युद्धविराम के लिए नए सिरे से आह्वान कर रहा है और इज़राइल से नागरिकों के प्रति सचेत रहने के लिए कह रहा है।
एबीसी न्यूज ने बताया कि प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, अमेरिका गाजा को हवाई सहायता देने पर विचार कर रहा है।
सामूहिक हत्याओं ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है और सऊदी अरब और जॉर्डन ने कड़ी निंदा की है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी को फोन किया और वे “अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के अनुरूप नागरिकों की सुरक्षा के लिए दबाव डालने” पर सहमत हुए।”
विभाग ने कहा, “वे हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी की तत्काल रिहाई सुनिश्चित करने और गाजा में संघर्ष में मानवीय विराम स्थापित करने के प्रयास जारी रखने पर सहमत हुए।”