नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईडी के चौथे समन को गैरकानूनी और अमान्य बताया। उन्हें ईडी के समक्ष पेश होना था। ईडी अभी तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कई नोटिस भेज चुकी है। इस पर केजरीवाल का कहना है कि कानून की नजर में ईडी के चारों नोटिस गैरकानूनी और अमान्य हैं।
दरअसल, ईडी ने दिल्ली एक्साइज पॉलिसी के सिलसिले में सीएम केजरीवाल को ये नोटिस भेजे हैं। केजरीवाल का कहना है कि ईडी दो साल से जांच कर रही है, लेकिन अभी तक उसे कुछ नहीं मिला है। इसके बावजूद भाजपा बार-बार मुझे गिरफ्तार करने की बात कह रही है, क्योंकि भाजपा ही ईडी को चला रही है।
ईडी के चौथे समन को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ईडी ने मुझे चौथा नोटिस भेजा है। ईडी ने नोटिस में कहा है कि आप 18 या 19 जनवरी में से किसी भी तारीख को आ जाइए। ईडी द्वारा भेजे गए चारों नोटिस कानून की नजर में गैरकानूनी और अमान्य हैं। ईडी द्वारा पहले जब भी इस तरह के नॉन स्पेसिफिक जनरल नोटिस भेजे गए, उनको कोर्ट ने निरस्त कर दिया और उसे गैरकानूनी व अमान्य करार दिया है।
सीएम ने कहा कि यह नोटिस क्यों गैरकानूनी हैं। इस संबंध में मैं कई बार ईडी को लिखकर भेज चुका हूं, लेकिन, ईडी इसका कोई जवाब नहीं दे रही है। यह नोटिस राजनीतिक षड्यंत्र के तहत भेजे जा रहे हैं। तथाकथित आबकारी मामले की जांच पिछले दो साल से चल रही है। इन दो सालों में इनको कुछ भी नहीं मिला। कई कोर्ट भी इनसे कई बार सवाल पूछ चुकी हैं कि कितने पैसों की रिकवरी हुई, क्या कहीं कोई सोना, जमीन के कागजात मिले या कहीं पैसे की रिकवरी हुई। लेकिन, इनको कहीं कुछ नहीं मिला है। लोगों को मार-मार कर झूठे बयान लिए जा रहे हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दो साल से जांच चल रही है। लोकसभा चुनाव से दो माह पहले अचानक मुझे नोटिस देकर क्यों बुलाया जा रहा है। भाजपा वाले चारों तरफ घूम-घूमकर कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करेंगे। भाजपा वालों को कैसे पता है कि ईडी मुझे गिरफ्तार करेगी। भाजपा मुझे गिरफ्तार करने की बात इसलिए कह रही है, क्योंकि भाजपा ही ईडी को चला रही है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही ईडी मुझे क्यों गिरफ्तार करेगी। क्योंकि भाजपा वाले नहीं चाहते हैं कि मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार कर सकूं। कुल मिलाकर इस पूरी कवायद का यही मकसद है कि किसी भी तरह अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव से पहले गिरफ्तार करके करने से रोको।