स्कूल के बाहर हंगामा करने वाले हिंदूवादी नेताओं पर भी होगी कार्रवाई
मेरठ। शहर के नामचीन गर्ल्स स्कूल में सातवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ मामले में स्कूल ने कोच बेटा और पीटीआई पिता की सेवाएं बर्खास्त कर दी हैं। उनकी जगह पर स्कूल में महिला पीटीआई की तलाश हो रही है।वही इस मामले में स्कूल के बाहर हंगामा करने वाले हिन्दू संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
पूरे मामले की जांच कैंट सीओ को दी गई है। लेकिन उनके बाहर होने के कारण सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया भी मामले की जांच के लिए स्कूल पहुंचे। स्कूल के सीसीटीवी वीडियो के फुटेज अपने कब्जे में ली । स्कूल के बाहर हंगामा करने और बच्चों की पढ़ाई में बाधा डालने पर हिंदू संगठन के लोगों के खिलाफ थाने में तस्करा भी डाला गया है।
मेरठ के नामचीन गर्ल्स स्कूल में सातवीं क्लास की स्टूडेंट के साथ गैर धर्म के स्पोर्ट्स कोच ने छेड़छाड़ की थी। छात्रा के परिजनों ने स्कूल में कोच उसके पिता जो इसी स्कूल में पीटीआई रहे हैं उनकी शिकायत की। परिजनों ने कोच पर गंभीर आरोप लगाए ।वहीं स्कूल मैनेजमेंट पहले दिन से माामले को दबाए बैठा रहा, छिपाने में लगा रहा। प्रिंसिपल कोच की हरकत को छिपाने उसे बचाने में लगी रहीं। लेकिन मामला मीडिया के जरिए सामने आया तो आनन फानन में स्कूल प्रिंसिपल ने कोच पिता, बेटे दोनों के सस्पेंशन का ऑर्डर जारी कर दिया। स्कूल की छवि खराब न हो इसलिए प्रिंसिपल ने सस्पेंशन ऑर्डर बैकडेट में दिखाकर मीडिया के सामने पेश कर दिया। मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित कर दी है। वहीं छावनी स्थित इस गर्ल्स स्कूल में शहर के बड़े उद्यमियों, डॉक्टरों, वकीलों और अफसरों की बेटियां पढ़ाई करती हैं। इस प्रकरण के बाद स्कूल में छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।