मुजफ्फरनगर। काम तलाश में 14 साल पहले घर से निकला बेटा अचानक गायब हो गया, आज 14 साल बाद जब वहीं बेटा मां की आंखों के सामने आया तो मां फूट-फूट कर रो पड़ी और अपने कलेजे के टुकड़े के गले से लगा लिया। वहीं सालों बाद घर पहुंचे बेटे का परिजनों ने भी स्वागत किया और उसके लौटने की खुशी में जश्न मनाया। परिवार से मिलकर जब बेटे की दास्तान सुनकर सब संजीदा हो गए। उसे हत्या में उम्रकैद हो चुकी है। इस समय वह जमानत पर है।
14 साल पहले काम की तलाश में छोड़ा था घर
उन्नाव के मोराव थाना क्षेत्र के वरौला गांव निवासी राजू पुत्र झिंगुर कोरी 14 साल पहले अपना घर छोड़कर रोजी-रोटी की तलाश में मुजफ्फरनगर आ गया था। राजू ने मुजफ्फरनगर के तितावी गांव में श्रीपाल के यहां नौकरी की थी।
हत्या के आरोप में मिली थी उम्रकैद
1 फरवरी 2012 को गांव एलम थाना कांधला क्षेत्र में रघुनाथ नाम के व्यक्ति की बलकटी से काटकर हत्या कर दी गई। जिसका आरोप राजू पर लगा था। गांव वालों ने राजू को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। घटना का मुकदमा चला और कोर्ट ने राजू को 2 सितंबर 2022 को उम्र कैद की सजा सुना दी।
बेटे की याद में 14 साल तक मां ने बहाए आंसू
राजू काम की तलाश में परिवार के लोगों को बिना बताए घर छोड़कर मुजफ्फरनगर आ गया था। घरवालों ने उसे काफी तलाशा। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। मां गंगावती बताती हैं कि 14 साल तक वह राजू की याद में आंसू बहाती रहीं। काफी तलाश किया। शुक्रवार को राजू घर पहुंचा तो उसे देखकर लगा कि भगवान ने उसकी सुन ली।
डीएलएसए ने हाईकोर्ट से राजू को दिलाई जमानत
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जेल में निरुद्ध ऐसे लोगों को कानूनी सहायता दिलाता है, जिनका कोई अपना नहीं होता। प्राधिकरण लीगल सेल के चीफ काउंसलर राजीव त्यागी ने बताया कि उन्होंने राजू कोरी के केस की स्टडी की। देखा कि उसका कोई पैरोकार नहीं है। उसके परिजनों का पता कर उनसे बातचीत की तो मालूम हुआ कि वह 14 वर्ष से गायब है और उनके परिवार वालों को उसकी कोई जानकारी नहीं है। जिसके बाद उसे रिहा कराने की प्रक्रिया शुरू की और हाईकोर्ट से उसे जमानत पर रिहा कराया।