नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने नहीं आने का दावा करते हुए कहा कि मोदी सरकार के 9 साल भ्रष्टाचार रहित रहे हैं, जबकि इसके ठीक उलट दिल्ली में केजरीवाल भ्रष्टाचार की सरकार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 सालों के कार्यकाल में कोई भी पैसे और भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया, लेकिन केजरीवाल सरकार ने जनता के पैसों से शीश महल बनाया और 2015 से अब तक उनके कई मंत्री और विधायक जेल जा चुके हैं। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने बुधवार को दिल्ली के गांधी नगर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित सर्व समाज सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान भारत में हुए बदलाव के बारे में विस्तार से बताते हुए केजरीवाल सरकार पर जमकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
वित्तमंत्री सीतारमण ने मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कोविड के कारण पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई लेकिन सबसे तेजी से अर्थव्यवस्था बढ़ने वाला देश भारत बना और आने वाले समय में भी हम सबसे तेजी से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष के पास अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करने के लिए कोई बहाना नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि मोदी सरकार ने सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के साथ कोरोना जैसी महामारी में भी कई ठोस कदम उठाए और सेवा भाव से गरीबी मिटाने के लिए मोदी सरकार ने गरीब परिवारों को सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं दी, बल्कि उन्हें घर, गैस सिलेंडर, शौचालय एवं स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने का काम किया है।
विपक्षी दलों पर कोरोना के संकट काल में भी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में जाकर ऑक्सीजन गैस की कमी के नाम पर केंद्र सरकार को बदनाम करने की एक साजिश की, लेकिन जब केंद्र सरकार द्वारा गैस सप्लाई दी गई तो उसको ना ही रखने की व्यवस्था दिल्ली सरकार के पास थी और ना ही उतनी जरूरत दिल्ली को थी, जितनी उन्होंने मांग की थी।
उन्होंने कहा कि आज मोहल्ला क्लीनिक सिर्फ सुनने का एक शब्द बन गया है, क्योंकि यह कोरोना के दौरान बंद पड़ा था। केजरीवाल एक हजार मोहल्ला क्लीनिक बनाने का वायदा कर सिर्फ 520 मोहल्ला क्लीनिक ही बना पाए और सात साल बीतने के बावजूद भी आज 326 ऐसे मोहल्ला क्लीनिक हैं, जो सिर्फ टेंपरेरी केबिन के साथ चल रहे हैं।
सीतारमण ने कहा कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री को पूरे देश में राजनीतिक पर्यटन करना है, इसलिए वे पंजाब के मुख्यमंत्री को साथ लेकर चल रहे हैं, ताकि उनका एयरक्राफ्ट लेकर वह घूम सके, जबकि केजरीवाल सरकार विज्ञापन आधारित सरकार है जिसने 557 करोड़ रुपये सिर्फ विज्ञापन के ऊपर खर्च कर डाले हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और गौतम गंभीर ने भी दिल्ली को लेकर मोदी सरकार द्वारा किए गए कामकाज की लंबी फेहरिस्त को गिनाते हुए केजरीवाल सरकार की जमकर आलोचना की।