“टीबी हारेगा, देश जीतेगा” के आह्वान पर खालिदपुर व लोहिया में टीबी दिवस का आयोजन
मेरठ। “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” के आह्वान पर आज ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने वृहद् स्तर पर मवाना ब्लॉक के गांव खालिदपुर व दौराला ब्लॉक के गांव लोहिया में टीबी दिवस का आयोजन किया। कार्यक्रम में मौजूद समस्त लोगों ने एक स्वर में “सब सबने ठाना है, टीबी को हराना है” का नारा देते हुए टीबी को 2025 तक देश से खत्म करने की शपथ ली।
संस्था के सचिव मेहरचंद ने बताया कि टीबी के निदान हेतु जागरूकता अभियान को लेकर दौराला ब्लॉक के ग्राम पंचायत लोहिया व मवाना ब्लॉक के ग्राम पंचायत खालिदपुर में टीबी की रोकथाम एवं उपचार के लिए ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में गांव के सभी व्यक्ति लोगों को एकत्रित कर टीबी के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि टीबी लाइलाज नहीं है, लेकिन समय पर इलाज ना मिलने से टीबी घातक हो सकती है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि टीबी को छुपाएं नहीं, निसंकोच होकर इलाज कराएं।
कार्यक्रम के दौरान संस्था के कांउसलर राहुल सिंह ने संस्था का परिचय देते हुए संस्था के कार्य योजना के बारे में लोगों को बताया कि संस्था कई वर्षों से स्वास्थ्य सेवाएं एवं बाल शोषण, बाल अधिकारों पर कार्य कर रही है और अब भारत को भारत सरकार द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान के संकल्प को साकार करने के लिए गांव-गांव में टीबी के प्रति लोगों को जागरुक कर रहे हैंl
कॉर्डिनेटर अमित ने बताया कि संस्था द्वारा ब्लॉक दौराला एवं मवाना के 50 ग्राम पंचायत में समूह का गठन कर एवं जगह-जगह बैठकें करके लोगों को टीबी जैसी संक्रमण बीमारी से बचाव के उपाय लोगों तक पहुंचा रहे हैं और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा गांव गांव में हेल्थ कैंप लगवाये जा रहे हैं।l
संस्था के फील्ड मोबिलिजर सुभाष, देवेंद्र व नीरज ने बताया कि मवाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं तथा टीबी रोग की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर फ्री इलाज होता हैl इस दौरान उपस्थित लोगों को टीबी के लक्षण बताये गए, बताया कि दो हफ्तों से ज्यादा खांसी या बुखार आना, खांसी के साथ खून या बलगम आना, छाती में दर्द रात के समय पसीना आना, वजन का घटना, थकान आना आदि टीबी के लक्षण है। यदि किसी व्यक्ति को टीबी के लक्षण दिखते है तो तुरंत जांच करवाएं और समय पर इलाज कराएं।