नई दिल्ली। हरियाणा की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ ही हरियाणा सरकार के कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने चडीगढ़ के राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा। इसका मतलब है कि हरियाणा में अब नई सरकार का गठन होगा।
बता दें कि हरियाणा में भाजपा-जेजेपी के बीच गठबंधन भी टूट गया है। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच मुलाकात हुई थी।
दरअसल यहां लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग पर गठबंधन में आम सहमति नहीं बन पाना इसकी वजह है।
इसके साथ ही अब बता दें कि हरियाणा में भाजपा के साथ गठबंधन के तहत अब जो नई कैबिनेट का गठन होगा उसमें जेजेपी के शामिल होने की संभावना नहीं है। ऐसे में भाजपा निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार बनाने की कोशिश में है।
बता दें कि हरियाणा में बने नए सियासी हालात को ठीक करने के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा प्रभारी तरुण चुघ चंडीगढ़ पहुंचे हैं।
हरियाणा विधानसभा की 90 में से 41 सीटें भाजपा के पास है। इसके साथ ही सूत्रों की मानें तो भाजपा ने सभी निर्दलीय विधायकों के समर्थन पत्र भी ले लिए हैं।
वहीं हरियाणा में कांग्रेस के 30, जेजेपी के 10, हरियाणा लोकहित पार्टी का एक और छह निर्दलीय विधायक हैं। यहां सरकार गठन के लिए 46 विधायकों की जरूरत है।