शामली। क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन द्वारा जिला अस्पताल में सहायक पर्यवेक्षण आयोजित हुआ।इसमें आर्थोपेडिक डॉक्टर रामनिवास और ड्रॉक्टर राघव एक कास्टिंग तकनीशियन को अनुष्का फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर डॉ. उबैद सिद्दीकी द्वारा प्रशिक्षित किया गया।
डॉ. उबैद सिद्दीकी ने बताया कि अनुष्का फाउंडेशन राज्य सरकार और विभिन्न चिकित्सा कर्मचारियों के सहयोग से क्लबफुट से पीड़ित बच्चों को उपचार प्रदान कर रहा है। क्लबफुट एक जन्म दोष है जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से एक को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने अपने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ साझेदारी की। संगठन क्लबफुट ( मुड़े हुए पंजे )और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। इस दौरान सपोर्टेड सुपरविजन मे अनुष्का फाउंडेशन के ब्रांच मैनेजर अली फ़ैज़ान और प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव कैप्टन नरवाल मौजूद रहे।