नई दिल्ली। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जब अक्तूबर 2022 में रिलायंस जियो के ट्रू 5जी नेटवर्क के रोलआउट की घोषणा की थी तो किसी को भी गुमान नहीं था कि रिलायंस जियो का 5जी रोलआउट दुनिया का सबसे तेज 5जी रोलआउट साबित होगा। देश भर में उपलब्ध रिलायंस जियो के ट्रू 5जी नेटवर्क से 9 करोड़ से अधिक ग्राहक जुड़े हुए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों में यह बात सामने आई।
कंपनी ने बताया कि जियो नेटवर्क पर कुल डेटा खपत 31.5% बढ़कर 38.1 अरब जीबी तक जा पहुंची है और साथ ही रिलायंस जियो के पूरे डेटा ट्रैफिक का करीब एक चौथाई ट्रैफिक अब जियो ट्रू 5जी नेटवर्क पर शिफ्ट हो गया है। इस हिसाब से 9 अरब जीबी से अधिक का डेटा ट्रैफिक लोड अब जियो का 5जी नेटवर्क संभाल रहा है। रिलायंस जियो पर बात करने का समय भी बढ़कर 1.37 ट्रिलियन मिनट हो गया है।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने इस मौके पर कहा “जियो ने दुनिया का सबसे तेज़ 5जी रोलआउट पूरा कर लिया है और अब यह पूरे भारत में उपलब्ध है। JioAirFiber को लेकर ग्राहकों ने अच्छी प्रतिक्रिया दी है, खासतौर पर टियर 3 और 4 के कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में JioAirFiber को मजबूत शुरुआत मिली है। अगली पीढ़ी के नेटवर्क, डिजिटल प्रौद्योगिकियों और सभी ग्राहक समूहों के लिए विशेष रूप से निर्मित उत्पादों में जियो का निवेश आने वाले वर्षों में स्थायी वृद्धि सुनिश्चित करेगा।”
रिलायंस जियो ने आर्थिक मोर्चे पर भी शानदार नतीजे पेश किए हैं जियो का शुद्ध लाभ बढ़कर 5,445 करोड़ रु हो गया है। हालांकि कंपनी की प्रति ग्राहक प्रति महीने औसत राजस्व में कोई खास बढ़त देखने को नहीं मिली। परंतु इंडस्ट्री के जानकार इसका मुख्य कारण 5जी नेटवर्क पर की जा रही टेस्टिंग को मानते हैं जिसके लिए ग्राहकों से कोई पैसा नही वसूला जा रहा है। जियो का ग्राहक बेस भी 47 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया है।