UGC NET में 70 प्रतिशत अंक लाकर मौ. दानिश ने लहराया परचम

शामली। जीवन में तमाम मुश्किलें भले ही क्यों न हो, भले ही जिम्मेदारियों का बोझ क्यों न हो पर अगर आपके भीतर लगन है, जुनून है तो अपने लक्ष्य को हासिल करना कोई मुश्किल काम नहीं है। इसी बात को चरितार्थ किया है अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय के शोध छात्र मौहम्मद दानिश ठाकुर ने। मौ. दानिश जनपद शामली के कांधला स्थित मौहल्ला गुजरान के रहने वाले है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित UGC NET परीक्षा में दानिश ठाकुर ने 70% अंक लाकर अपना नाम रोशन किया है। यूजीसी द्वारा संचालित इस राष्ट्र स्तरीय परीक्षा में हर वर्ष देश के हर कोने से लाखों विद्यार्थी आवेदन करते हैं जिसमें से मात्र 6 प्रतिशत छात्रों को ही असिस्टेंट प्रोफेसर व जूनियर रिसर्च फैलोशिप की उपाधि प्रदान की जाती है। यह परीक्षा कठिन होने के साथ साथ आवेदकों की संख्या भी अधिक होने के कारण मेरिट लिस्ट में आना बहुत मुश्किल हो जाता है। कई छात्र बार बार प्रयत्न करने पर भी सफल नही हो पाते हैं लेकिन मौ. दानिश ने इस मुश्किल परीक्षा को अपने प्रथम प्रयास में ही उत्तीर्ण कर एक मिशाल कायम की है। उन्होंने न केवल अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है, बल्कि अपनी यूनिवर्सिटी का गौरव भा बढ़ाया है। साथ ही वह अन्य प्रतिभागियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
मौ. दानिश की यह सफलता इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने इसके लिए कोई विधिवत कोचिंग नहीं ली। वह एक ही साथ कई भूमिकाओं का निर्वाह करते हुए भी यह संभव कर पाएं है। अपने घर-परिवार की जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए, शिक्षण कार्य और शोध कार्य को करते हुए भी उन्होंने अपने प्रयासों को जारी रखा और किसी तरह अपनी तैयारी के लिए समय निकाल कर पढ़ाई की सफल रणनीति बनाई।

मौ. दानिश अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविध्यालय से “West Asian and North African studies!” से शोध कर रहे हैं। इस खास सफलता के अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर rakhshanda. F. Fazli ने मौ. दानिश को शुभकामनाएं दीं हैं। साथ ही विभाग के सभी प्रोफेसर एवम अनुसंधानकर्ताओं ने उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। मौ. दानिश ने बताया कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपनी संपूर्ण गुरुसत्ता के चरणों में समर्पित करते हैं।
बता दें कि यूजीसी नेट परीक्षा पास करके मौ. दानिश ने असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की योग्यता प्राप्त कर ली है। अब स्क्रीनिंग टेस्ट की तैयारियों में जुट गए है। दानिश ठाकुर को 300 में से 212 अंक मिले हैं।

रिश्तेदारों में है खुशी का माहौल
असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के योग्यता प्राप्त करने पर मौ. दानिश के परिजनों और रिश्तेदारों में खुशी का माहौल है। मौ. दानिश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है। उनका कहना है कि असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए कड़ी मेहनत करके, सफलता प्राप्त कर परिजनों का सपना पूरा करुंगा। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि निरंतर प्रयास करते रहना बहुत जरुरी है, यही सफलता की कुंजी है।

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