नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं गारंटी देता हूं कि भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”
उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जबकि, यह 10 साल पहले 11वें स्थान पर पिछड़ा था। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि अगले कुछ वर्षों में भारत विश्व की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “विशेषज्ञ इसका विश्लेषण कर सकते हैं, लेकिन, मैं गारंटी देता हूं कि भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”
उन्होंने कहा कि भारत ऐसे समय में विश्व के लिए आशा की किरण बन गया है, जब विश्व ने कई भू-राजनीतिक अस्थिरता देखी है। प्रधानमंत्री ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में भारत की प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित होने की बात करते हुए टिकाऊ उद्योगों, मैन्युफैक्चरिंग और अवसंरचना, नए युग के कौशल, भविष्य की प्रौद्योगिकियों, एआई और नवाचार, ग्रीन हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा और सेमीकंडक्टरों का उल्लेख किया।
इस वर्ष के समिट (शिखर सम्मेलन) का विषय ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ है और इसमें 34 सहभागी देश और 16 भागीदार संगठन भाग ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने 2047 तक भारत को ‘विकसित’ बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के सुलतान महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की मुख्य अतिथि के रूप में भागीदारी विशेष है। यह भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच गहरे होते संबंधों को दिखाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र, नवाचारी स्वास्थ्य सेवा और भारत के बंदरगाह अवसंरचना में कई बिलियन डॉलर के निवेश का समर्थन बढ़ाने में भारत-यूएई साझेदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने गिफ्ट सिटी में यूएई के सॉवरेन वेल्थ फंड द्वारा संचालन शुरू करने और ट्रांसवर्ल्ड कंपनियों द्वारा विमान और जहाज पट्टे पर दिए जाने की गतिविधियों का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच बढ़ती साझेदारी का श्रेय महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को दिया।
प्रधानमंत्री ने मोजाम्बिक के राष्ट्रपति और आईआईएम अहमदाबाद के पूर्व छात्र फिलिप न्यूसी की गरिमामय उपस्थिति का उल्लेख करते हुए भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ को जी-20 की स्थायी सदस्यता मिलने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति न्यूसी की उपस्थिति ने भारत-मोजाम्बिक के साथ-साथ भारत-अफ्रीका संबंधों को प्रगाढ़ बनाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला की अपने देश के प्रधानमंत्री के रूप में पहली यात्रा भारत और वाइब्रेंट गुजरात के साथ चेक गणराज्य के पुराने संबंधों को दर्शाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑटोमोबाइल, प्रौद्योगिकी और मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्रों में सहयोग का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने नोबेल पुरस्कार विजेता और तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता का भी स्वागत किया और अपने देश के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत के उपयोग पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ का उल्लेख करते हुए कहा कि समिट ने नए विचारों को दिखाया है। निवेश तथा रिटर्न के लिए नए प्रवेश द्वार बनाए हैं। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष की थीम ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 21वीं सदी का भविष्य साझा प्रयासों से उज्ज्वल होगा। भारत की जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भविष्य के लिए एक रोड मैप प्रस्तुत किया गया है। इसे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के विजन से आगे बढ़ाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”तेजी से बदलती दुनिया में भारत ‘विश्व मित्र’ की भूमिका में आगे बढ़ रहा है। आज भारत ने विश्व को साझा सामूहिक लक्ष्यों को पाने का विश्वास दिलाया है।”