‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के जरिए 11 करोड़ लोगों को जोड़ चुकी है मोदी सरकार

नई दिल्ली। गठबंधन और चुनावी तैयारियों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और एनडीए गठबंधन के अलावा विपक्षी दल कांग्रेस और कांग्रेस के सहयोगी दलों के बीच बैठकों और मेल-मिलाप का दौर लगातार जारी है।

दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी रफ्तार से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। लेकिन, बैठकों और तैयारियों के इन सिलसिलों के बीच भाजपा और मोदी सरकार मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने के लिए देशव्यापी अभियान चला रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इस देशव्यापी अभियान का जिम्मा संभाल रखा है और सरकार के सारे मंत्री एवं पार्टी के सभी सांसद इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। इस अभियान के जरिए जहां सरकार एक तरफ लाभार्थियों को मजबूती के साथ अपने संकल्प से जोड़ने की कोशिश कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ नए वोटरों को भी अपना बनाने की कोशिश कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाकर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को सामने रख कर 15 नवंबर, 2023 को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरूआत की थी। महज 53-54 दिनों में देशभर में 11 करोड़ लोग इससे जुड़ चुके हैं। इस 11 करोड़ के आंकड़े के महत्व को आप इससे समझ सकते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को देशभर में 22.9 करोड़ से ज्यादा वोट मिले थे और अभी यह विकसित भारत संकल्प यात्रा जारी रहने वाली है।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं इस अभियान की कमान एक तरह से अपने हाथ में ले रखी है। 15 नवंबर, 2023 को विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत के बाद से, प्रधानमंत्री मोदी स्वयं पूरे देश में विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों के साथ नियमित रूप से बातचीत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री अब तक पांच बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए (30 नवंबर, 9 दिसंबर, 16 दिसंबर, 27 दिसंबर और 8 जनवरी को) लाभार्थियों से बातचीत कर चुके हैं।

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाकर लगातार दो दिन (17-18 दिसंबर) विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से आमने-सामने बातचीत भी कर चुके हैं। प्रधानमंत्री इस यात्रा के जरिए गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं पर फोकस कर रहे हैं और निश्चित तौर पर इसका फायदा चुनावों में भाजपा को मिलना तय है।

प्रधानमंत्री ने सोमवार को पांचवी बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए आंकड़े के साथ यह बताया कि उनकी सरकार के विजन से देश के गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को कितना फायदा मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि जबसे ये यात्रा शुरु हुई है तब से लगभग 12 लाख नए लाभार्थियों ने उज्ज्वला के मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए आवेदन किया है।

उन्होंने उज्ज्वला योजना की 10 करोड़वीं लाभार्थी के घर जाने का भी जिक्र किया, जहां वह कुछ दिन पहले अपनी अयोध्या यात्रा के दौरान गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, पीएम स्वनिधि के लिए भी इस यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। यात्रा के दौरान 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों के स्वास्थ्य की जांच हुई है।

इसी समय में एक करोड़ लोगों की टीबी की बीमारी की भी जांच हुई है, 22 लाख लोगों की सिकल सेल अनीमिया की जांच हुई है। उन्होंने आगे कहा कि आखिर ये सारे लाभार्थी लोग गांव-गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी समाज के लोग हैं, जिनके लिए डॉक्टर तक पहुंचना पहले की सरकारों में एक बहुत बड़ी चुनौती रही है। आज डॉक्टर मौके पर ही उनकी जांच कर रहे हैं। एक बार उनकी शुरुआती जांच हो गई तो उसके बाद आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज तो है ही।

किडनी के मरीज़ों के लिए मुफ्त डायलिसिस की सुविधा और जन औषधि केंद्रों पर सस्ती दवाएं भी उनके लिए आज उपलब्ध हैं। देशभर में बन रहे आयुष्मान आरोग्य मंदिर, ये तो गांव और गरीब के लिए आरोग्य के बहुत बड़े केंद्र बन चुके हैं।

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