नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली और पंजाब को झांकी प्रदर्शित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, ”गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली और पंजाब की झांकी शामिल नहीं करना, भाजपा की गंदी राजनीति को दर्शाता है।”
कक्कड़ ने कहा, “असम, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे भाजपा शासित राज्यों को लगातार गणतंत्र दिवस परेड का अवसर दिया जाता है, लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी दिल्ली और पंजाब दोनों को दरकिनार कर दिया गया।”
“यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल दिल्ली के लोगों जितना बड़ा होता, तो उन्होंने दिल्ली को गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने का मौका दिया होता।”
आप प्रवक्ता ने आगे कहा, ”दिल्ली देश की राजधानी है, हमारे स्वास्थ्य और शिक्षा मॉडल हमारे लिए गर्व की बात हैं। अगर दिल्ली सरकार को मौका मिलता तो वे गणतंत्र दिवस परेड में शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल का प्रदर्शन करते।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के सामने दिल्ली मॉडल पेश किया है और इस मॉडल के तहत, दिल्ली में देश में सबसे कम मुद्रास्फीति और सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय है। इस मॉडल में दिल्ली में 200 यूनिट बिजली मुफ्त है और उससे आगे देश में सबसे कम दरों पर बिजली मिलती है।
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि केजरीवाल सरकार के मॉडल के तहत, पिछले 10 वर्षों में लगभग 30 फ्लाईओवर बनाए गए हैं, और इनका निर्माण अनुमान से काफी कम लागत पर किया गया, जिसके परिणामस्वरूप 557 करोड़ रुपये की बचत हुई।
दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सबसे ज्यादा चार्जिंग पॉइंट और स्टेशन बनाए गए हैं। यह एक उल्लेखनीय इलेक्ट्रिक वाहन नीति है, जिसके तहत देश में सर्वाधिक 17 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण हो चुका है। दिल्ली में अब तक 1,300 इलेक्ट्रिक बसें आ चुकी हैं, जो देश में सबसे ज्यादा आंकड़ा है।
उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने कहा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल देश के शीर्ष 10 में हैं क्योंकि यहां की शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव देखे गए हैं।
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आगे कहा, ”भाजपा लगातार दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल की आलोचना करती रही है। बहुत से लोग दूसरे राज्यों से, ज़्यादातर उत्तर प्रदेश से, दिल्ली आते हैं और ये लोग अपने राज्य लौटकर दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल की प्रशंसा करते हैं। भाजपा के लिए इन तथ्यों को पचाना कठिन है। इसलिए, वे लगातार दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल पर हमला करते हैं।