पटना। बिहार में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के इस्तीफे की दिनभर अफवाह उड़ती रही। हालांकि बाद में बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी मीडिया के सामने आए और इस्तीफे की खबरों का खंडन किया। मंत्री चौधरी ने साफ लहजे में इस अफवाह के लिए पत्रकारों को ही जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इस्तीफे जैसी कोई खबर उन तक या जदयू कार्यालय तक नहीं पहुंची है।
चौधरी ने पत्रकारों से कहा, “आपलोग जो चाहते हैं, वही खबर चलाते हैं और फिर वापस भी ले लेते हैं।
उन्होंने जदयू में भी किसी प्रकार के फूट से इनकार किया। मंत्री ने ललन सिंह के 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में इस्तीफा देने के संबंध में पूछे जाने पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ही नहीं, राष्ट्रीय परिषद की भी बैठक होनी है। दोपहर के पहले कार्यकारिणी की और दोपहर के बाद परिषद की बैठक होनी है।
चौधरी ने कहा कि बैठक काफी समय से लंबित थी और सभी लोग इसमें चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, “ललन सिंह अध्यक्ष रहें या न रहें, कोई मतलब नहीं। वे तो पार्टी में केयरटेकर हैं। सबकुछ करना तो नीतीश कुमार को है। वे जब चाहें, जिसे बना दें और हटा दें।”
इस बीच, भाजपा के सुशील मोदी ने दावा किया कि ललन सिंह के राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ बढ़ती नजदीकियों की वजह से जदयू के भीतर असमंजस की स्थिति है। उन्होंने कहा कि परिणाम बहुत जल्द सामने आएगा।