यूपी में जब तक एक भी किसान का धान शेष, जारी रहेगी खरीद : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में खाद्यान्न खरीद और वितरण व्यवस्था की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जब तक एक भी किसान का धान क्रय शेष रहेगा, क्रय केंद्र चलते रहेंगे। प्रदेश में इस सत्र में अब तक 4,21,557 किसानों से 28.17 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद कर 5,253 करोड़ से अधिक का भुगतान किया जा चुका है।

वर्तमान में प्रदेश में 5204 क्रय केंद्र संचालित हैं, जिन पर लगभग 1 लाख मीट्रिक टन से अधिक दैनिक धान की खरीद हो रही है। अन्नदाता किसानों के हित में हमने तय किया है कि जब तक एक भी किसान का धान क्रय शेष रहेगा, क्रय केंद्र चलते रहेंगे। प्रत्येक दशा में खरीद के 48 घंटे में कृषक को भुगतान होना सुनिश्चित कराया जाए।

उन्होंने कहा कि यह सन्तोषजनक है कि क्रय लक्ष्य के सापेक्ष आवश्यक 1.88 लाख गांठ बोरे के सापेक्ष 2.06 लाख गांठ बोरे उपलब्ध हैं। प्रदेश में हर पात्र परिवार को राशन आसानी से और पूरी पारदर्शिता के साथ उपलब्ध हो, इस दिशा में किए गए प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। राज्य सरकार ने ई-पॉस मशीन के साथ सही वजन सुनिश्चित करने हेतु इलेक्ट्रानिक वेईंग स्केल को शामिल किया है। इसे तत्काल प्रभावी रूप से लागू किया जाए। ई-पॉश मशीन में बायोमेट्रिक सत्यापन करने के उपरान्त तत्काल राशन वितरित कर दिया जाना चाहिए। यदि कहीं गड़बड़ी की जाती है तो कठोर कार्रवाई की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में 75 दुकानों को अन्नपूर्णा भवन (मॉडल उचित दर दुकान) तैयार किये जाने हैं। इस प्रकार प्रदेश के समस्त जनपदों में निर्माण हेतु कुल 5,654 अन्नपूर्णा भवन होंगे। अब तक 3,472 मॉडल उचित दर दुकानों पर निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। 527 मॉडल उचित दर दुकानों का निर्माण पूर्ण हो गया है। अवशेष कार्य को यथाशीघ्र पूरा कराएं। स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी को और बेहतर करते हुए सरकार ने गोदाम से सीधे कोटेदार तक राशन पहुंचाने की व्यवस्था की है। इसे सुचारू रूप से जारी रखा जाए।

योगी ने कहा कि प्रदेश के समस्त विकास खंडों के लिए दुकानों की भौगोलिक स्थिति के अनुसार रुट-चार्ट तैयार किया जाए एवं छोटे तथा बड़े वाहनों की वास्तविक आवश्यकता का आकलन कर आवश्यक व्यवस्था कराएं। वाहनों में जीपीएस सिस्टम के नए अनुबंध को सिंगल स्टेज डिलीवरी के अनुरूप बनाया जाए। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर श्रीअन्न (मोटे अनाज) की खरीद के अभिनव प्रयास से बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित हुए हैं। इस वर्ष अब तक 55 हजार से अधिक किसानों से 2.92 लाख मीट्रिक टन बाजरा खरीद कर 646 करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है। इसी प्रकार, 891 किसानों से 4,382 मीट्रिक टन मक्का, 2344 किसानों से 11462 मीट्रिक टन ज्वार की खरीद कर एमएसपी के अनुरूप भुगतान किया गया है।

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