श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में रविवार तड़के आतंकवादियों ने एक सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने पेठ गंठमुल्ला गांव की मस्जिद में अज़ान पढ़ते समय पूर्व अधीक्षक मोहम्मद शफ़ी (72)पर गोलियां चलाई गयी। घायल अवस्था में उन्हें बारामूला में एक चिकित्सा सुविधा में स्थानांतरित ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। संयुक्त टीम ने हमले के लिए जिम्मेदार अपराधियों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है।
पुलिस ने कहा कि श्री शफी वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त हो गए थे और गांव में रह रहे थे। यह घटना ऐसे इलाके में हुई जहां आतंकवाद के चरम के दौरान भी कोई हिंसा नहीं देखी गई थी। गावं के एक निवासी ने कहा,“यह क्षेत्र हमेशा शांतिपूर्ण रहा है और इस हत्या ने यहां के सभी लोगों को झकझोर कर रख दिया है।”
सेवानिवृत्त अधिकारी की निर्मम हत्या की राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है।डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी हमलों से चिंतित हैं। श्री आजाद ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘सरकार को आतंकवाद पर नकेल कसने और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाने चाहिए।’
अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा कि यह कायरतापूर्ण कृत्य हत्यारों के असली रंग को दिखाता है, क्योंकि प्रार्थना करते समय गोली मारी गयी। उन्होंने कहा, “उन लोगों को शर्म आनी चाहिए जिन्हें अब भी लगता है कि हत्यारे जिहाद कर रहे हैं। हत्यारे तो हत्यारे होते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म के हों और एक समाज के रूप में हमें ऐसी हत्याओं के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है।’.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की हत्या उन लोगों द्वारा करने का कायरतापूर्ण कृत्य है, जिनका कोई धर्म नहीं है। उन्होंने कहा, “शैतान के पुत्र अज़ान को भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। सेवानिवृत्त एसएसपी मुहम्मद शफ़ी को मस्जिद में अजान देते समय मारा गया। आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता।’ श्री ठाकुर ने पुलिस से इस कृत्य में शामिल दोषियों को कड़ी सजा देने का आग्रह किया।