लखनऊ। कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में समाजवादी पार्टी को आमंत्रण न भेजने की अपील ट्रस्ट से की है। इस पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने पलटवार किया और कहा कि जमीन पर कब्जा करने वाले ऐसे ही बयान देंगे।
दरअसल, भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि मैं श्रीराम मंदिर ट्रस्ट से निवेदन करूंगा कि वह हर सनातनी, जिसकी भगवान श्रीराम में अगाध आस्था है, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल में हो, आप उसको जरूर बुलाएं, लेकिन, समाजवादी पार्टी जैसे राम भक्तों की हत्यारी और आज तक समाजवादी पार्टी के जिन लोगों ने माफी नहीं मांगी है, ऐसे लोगों को मंदिर बुलाना तो दूर, अगर मंदिर आ भी जाएं तो इन्हें घुसने न दिया जाए और जब तक माफी न मांगें तब तक इन पर अयोध्या आने पर बैन लगा दिया जाए।
पाठक ने कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु राम की जन्मस्थली पर बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। प्राण प्रतिष्ठा के इस कार्यक्रम में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं पहुंच रहे हैं। यह अयोध्या के महत्व को दर्शाता है। अयोध्या का महत्व यह भी दर्शाता है कि जिस प्रकार देश के तमाम राजनीतिक दल जो कभी मंदिर न बनने पाए, इसको लेकर तमाम अड़ंगे लगाते थे, मंदिर के विरोध में सुप्रीम कोर्ट तक अपने वकील खड़े करवाते थे, यह लोग जिस प्रकार परिहास बनाते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे। कुछ लोग कहते थे कि मंदिर की आवश्यकता क्या है, वहां तो अस्पताल बना देना चाहिए, मंदिर से क्या किसी को रोटी मिलती है।
सांसद सुब्रत ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी ने तो हद ही कर दी, जब सपा ने निर्दोष राम भक्तों पर गोली चलवा दी, एक निर्मम हत्याकांड रामभक्तों का करवा दिया। आज तक समाजवादी पार्टी ने माफी नहीं मांगी है, बल्कि गर्व से कहा कि हमने गोली चलवाई। समाजवादी पार्टी ने ‘हवा में उड़ गए जय श्री राम’ का नारा लगाकर हमारी आस्था को अपमानित करने का काम किया।
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि गरीबों की जमीन पर कब्जा करने वाले ऐसे बयान देंगे। लेखपालों को पीटने वाले ऐसे ही बोलते हैं। जनता ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं कर सकती है।