पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद प्रधानमंत्री मोदी की सरकार उखाड़ फेंकने की बड़ी-बड़ी बातों से केवल अपने बचे-खुचे समर्थकों को बहला सकते हैं। वे भूल गए कि 2019 के संसदीय चुनाव में उनकी पार्टी जीरो पर आउट हुई थी, जबकि भाजपा पहले से बड़े बहुमत के साथ सत्ता में लौटी थी।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने सारा जोर लगाकर जो गठबंधन बनाया, वह तीन शीर्ष बैठकों के बाद भी जहां का तहां खड़ा है। पिछले चुनाव की घोषणा 10 मार्च को हुई थी। इस हिसाब से 2024 के चुनाव लिए केवल 80 दिन बचे हैं और विपक्ष के पास आज भी कोई चेहरा नहीं है। 19 दिसंबर की बैठक में इंडी गठबंधन अपना संयोजक ही तय कर ले, तो बड़ी बात है। पीएम पद का उम्मीदवार तय करना दूर की कौड़ी होगी।
उन्होंने कहा कि राहुल-लालू-नीतीश मंडली के पास ‘भाजपा हटाओ, भ्रष्टाचारी बचाओ’ के नकारात्मक नैरेटिव के अलावा देशहित का कोई ब्लूप्रिंट नहीं है। चेहरा विहीन विपक्ष के मुकाबले भाजपा के पास नरेंद्र मोदी जैसा प्रभावी नेतृत्व है, देशव्यापी संगठन है और किसानों-गरीबों-महिलाओं के लिए 10 साल में किए गए कल्याणकारी कार्यों की शानदार उपलब्धियां हैं। जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाकर आतंकवाद पर चोट, तीन तलाक से राहत, महिला आरक्षण बिल से नारी सशक्तीकरण और अगले महीने 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कर प्रधानमंत्री मोदी जो विश्वास अर्जित करेंगे, वह अजेय होगा।