मेरठ। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को मेरठ के स्वास्थ्य विभाग को फिर से आईना दिखाया है। सिविल लाइन क्षेत्र में ईव्ज चौराहे पर छापेमारी करते हुए हरियाणा की टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटर में भ्रूण लिंग जांच करती डॉक्टर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया है।
हरियाणा के सोनीपत जिले के पीसीपीएनडीटी प्रभारी डॉ. प्रदीप ने बताया कि हरियाणा की महिलाओं को मेरठ लेकर उनके भ्रूण का लिंग परीक्षण करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। उन्हें मेरठ में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ईव्ज चौराहा स्थित प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पिछले काफी दिनों से भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद एक दलाल के माध्यम से अल्ट्रासाउंड सेंटर की संचालक डॉ. मनीषा रस्तौगी से संपर्क किया गया।
डॉ. मनीषा रस्तौगी ने दलाल से भ्रूण लिंग जांच के लिए 12 हजार की रकम तय की। जिसके बाद गुरुवार को हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा से संपर्क करके मामले की जानकारी दी। जिलाधिकारी के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने एक टीम का गठन किया। अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर हरियाणा और मेरठ की टीम ने अपना जाल बिछा दिया। टीम में मेरठ के पीसीपीएनडीटी प्रभारी डॉ. प्रवीण गौतम भी शामिल रहे। टीम ने दलाल के साथ एक फर्जी महिला मरीज को अल्ट्रासाउंड सेंटर में भेजा। डॉ. मनीषा ने महिला मरीज की जांच करने के बाद उसके गर्भ में बेटा होने की पुष्टि की। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम ने डॉ. मनीषा को धर दबोचा।
सोनीपत के पीसीपीएनडीटी प्रभारी डॉ. प्रदीप ने बताया कि मौके से अल्ट्रासाउंड सेंटर में मौजूद दो महिला रिसेप्शनिस्ट व सुरेंद्र नाम के दलाल को भी हिरासत में लिया गया है। टीम ने अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर दी और आरोपितों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मेरठ का स्वास्थ्य विभाग भी आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी हरियाणा की टीम मेरठ में छापेमारी करके लिंग परीक्षण के मामले पकड़ चुकी है।