नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घोषणा की है कि भारत ने ओसीआई कार्ड के लिए पात्रता मानदंड को चौथी से बढ़ा कर छठी पीढ़ी तक कर दिया है। राष्ट्रपति सूरीनाम दौरे पर हैं। सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 साल पूरे होने पर सोमवार को राजधानी पारामारिबो में एक सांस्कृतिक उत्सव देखने के बाद उन्होंने यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि ओसीआई कार्ड को भारत के साथ उनके 150 साल पुराने रिश्ते की अहम कड़ी के तौर पर देखा जा सकता है।
राष्ट्रपति ने प्रवासी भारतीयों के सदस्यों से भारत के साथ अपने संबंध बनाए रखने के लिए प्रयास जारी रखने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ऐसे समय में जब सूरीनाम अपने पूर्वजों की विरासत और भारत के साथ अपने संबंधों का उत्सव मना रहा है, भारत एकजुटता और श्रद्धा के साथ सूरीनाम के साथ खड़ा है।
मुर्मू ने आगे कहा कि सूरीनाम और भारत दोनों ने औपनिवेशिक शासन की लंबी अवधि के बाद अपनी अर्थव्यवस्था और सामाजिक व्यवस्थाओं के पुनर्निर्माण के प्रयास किए हैं।
इस अनुभव ने दोनों देशों के बीच एकजुटता की भावना पैदा की है।
लल्ला रूख नाम का पहला जहाज 452 भारतीय मजदूरों को लेकर 5 जून, 1873 को सूरीनाम पहुंचा था।
ज्यादातर मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले थे।