बदायूं में देहदान अभियान की दस्तक चिकित्सकीय शोध हेतु अपने शरीर को समर्पित करने का किया अनूठा अभियान

बदायूं। दान तो आपने बहुत सुने होंगे लेकन कोई अपनी देह का ही दान करदे तो बात कुछ अनूठी हो जाती है, इसी अनूठे देहदान के महा अभियान ने अब बदायूँ की पवित्र भूमि पर दस्तक दी है।

पूरे प्रदेश में इस अभियान का “युग दधीचि देहदान अभियान के रूप में संचालन कर रहे मनोज सेंगर एवं माधवी सेंगर ने आज राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं में देहदान जागरुकता सेमिनार आयोजित कर अभियान का आगाज किया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुये सेंगर ने बताया कि 15 नवम्बर 2003 को तत्कालीन राज्यपाल (उ.प्र.) आचार्य विष्णुकान्त शास्त्री के आग्रह पर उनके सामने ही सपत्नीक परिवार के सात सदस्यों ने देहदान शपथ लेकर अभियान प्रारम्भ किया। पहला देहदान २० अगस्त २००६ की कानपुर देहात से इक्कीस वर्षीय बउआ दीक्षित का प्राप्त हुआ तब से अबतक 259 मृत देह प्रदेश के एक दर्जन से अधिक मेडिकल कालेजों को प्रदान की जा चुकी है जबकि 3000 से अधिक देहदान शपथ पत्र भरे जा चुके हैं।

 • माधवी सेंगर के परिवार से हुये तीन देहदान :- अभियान की महासचिव माधवी सेंगर ने बताया कि वर्ष 2010 में अपनी माता जी श्रीमती सोन दाई देवी, 2019 में चाचा विपिन कुमार एवं इसी 26 जून को अपने पिता दामोदर लाल दास का निधन होने पर उनका देहदान स्वयं अपने हाथों से किया है।

• कराते है देह समर्पण संस्कार :-:

-अभियान प्रमुख मनोज सेंगर ने बताया कि देहदान के समय वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दीपक जला कर मृत देह की सात परिक्रमा गायत्री मंत्र, और महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करने के बाद शान्ति पाठ एवं पुष्पांजलि करते हैं। प्रति वर्ष दिवंगत देहदानियों की आत्मशांति हेतु उनका तर्पण और पिंडदान का आयोजन सार्वजनिक रूप से किया जाता है, कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्राचार्य डॉ. एन. सी प्रजापति ने कहा कि देहदान के लिये कॉलेज के एनाटमी विभाग से फार्म प्राप्त कर सकते हैं अथवा मनोज सेंगर के फोन न. 9839161790 पर फोन या वाट्सऐप करके भी देहदान फार्म प्राप्त किया जा सकता है। अतिथियों का आभार एनाटॉमी प्रमुख डॉ. एम. हुसैन द्वारा व्यक्त किया गया यहां पर डा. मुकेश बंसल, डा. अजीत गंगवार, देहदानी. एस. राठौर सहित कालेज के छात्र उपास्थित रहे।

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