मच्छररोधी पेंटिंग के जरिए फाइलेरिया के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक
नई दिल्ली, 22 फरवरी 2025 ।फाइलेरिया के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रदेशों में तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में गेट्स फाउंडेशन ने दिल्ली स्ट्रीट आर्ट के सहयोग से लोधी रोड पर अभिनव वाल पेंटिंग कराई है। ये पेंटिंग फाइलेरिया की रोकथाम के बारे में बखूबी बता रहे हैं।
मच्छररोधी पेंट से बनाए गए ये पेंटिंग न केवल फाइलेरिया को रोकने के तरीके दर्शाते हैं, बल्कि सार्वजनिक स्थानों को शक्तिशाली शैक्षिक टूल के तौर पर प्रयोग करने की नसीहत भी देते हैं। यह पहल इस बात का उदाहरण है कि कैसे रचनात्मक समाधान समुदायों को सार्थक संवाद में शामिल कर सकते हैं, फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में प्रेरक कार्रवाई कर सकते हैं।
गेट्स फाउंडेशन की कंट्री लीड- हेल्थ एवं न्यूट्रीशन कम्युनिकेशन पूजा सहगल ने बताया कि ये वाल पेंटिंग समुदाय के भीतर जागरूकता लाने की मिसाल है। फाइलेरिया उन्मूलन के वर्ष 2027 के लक्ष्य को छूने के लिए हम सबको मिलकर इस तरह के प्रयास करने चाहिए ताकि यह बीमारी देश-प्रदेश से खत्म हो सके। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में सभी लोगों का दवा खाना जरूरी है ताकि वे संक्रमण से बचे रहें।
गौरतलब है कि पूरी दुनिया के 40 प्रतिशत फाइलेरिया के मरीज भारत में पाए जाते हैं। इस बीमारी से निपटने के लिए आवश्यक दवा की बड़ी मात्रा अक्सर रोगियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, जिससे प्रतिरोध या गैर-अनुपालन हो सकता है। रोग की छिटपुट प्रकृति, भौगोलिक वितरण और प्रभावित जनसंख्या समूहों दोनों के संदर्भ में, रोकथाम और उन्मूलन प्रयासों को जटिल बनाती है। फाइलेरिया के मरीजों को अक्सर बहिष्कृत, कलंकित किया जाता है और चुपचाप पीड़ा सहने के लिए मजबूर किया जाता है। एक धारणा यह भी है कि अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है तो उसे दवा लेने की जरूरत नहीं है।