नई दिल्ली। दिल्ली के नए मुख्यमंत्री पद को लेकर संशय आज खत्म हो गया। भारतीय जनता पार्टी की ओर से आज शाम पार्टी के दिल्ली प्रदेश मुख्यालय में मुख्यमंत्री पद के लिए शालीमार बाग की विधायक रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान किया गया। रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी।वह कुछ देर में दिल्ली के उपराज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी। वह 20 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में पद व गोपनीयता की शपथ लेंगी।
दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में आज शाम आयोजित विधायक दल की बैठक में नई दिल्ली से विधायक प्रवेश वर्मा और रोहिणी से विधायक विजेन्द्र गुप्ता ने रेखा गुप्ता के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी ने ध्वनिमत से समर्थन किया। इससे पहले शाम सात बजे जब विधायक दल की बैठक शुरू हुई तो भी शालीमार बाग से विधायक चुनी गई रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। क्योंकि देश में जिन भी राज्यों में अभी भाजपा सरकारें हैं, वहां कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं है। बुधवार को विधायक दल की बैठक के लिए जब रेखा गुप्ता आईं तो मीडिया के सामने भी जीत का निशान (विक्ट्री साइन) दिखा कर सभी का अभिवादन स्वीकार कर रही थीं।
रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से आती हैं, जो दिल्ली में अच्छी खासी संख्या में है। वैश्य समुदाय को भाजपा का कोर वोटर माना जाता है। रेखा गुप्ता दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। 50 वर्षीय रेखा गुप्ता दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मेयर भी रह चुकी हैं।
रेखा गुप्ता की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की है। रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। वह
बचपन में ही पिता के साथ दिल्ली आ गईं । छात्र जीवन में एबीवीपी से राजनीति में एंट्री की। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव रह चुकी हैं। रेखा गुप्ता के पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे। इसी नौकरी के दौरान उनके पिता परिवार को लेकर दिल्ली शिफ्ट हो गए। दिल्ली विधानसभा का चुनाव रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को हराकर जीता है। रेखा गुप्ता को कुल 68200 वोट मिले थे जबकि आआपा की वंदना कुमारी 38605 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थीं। यहां से कांग्रेस के प्रवीण कुमार जैन 4892 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे।