मुजफ्फरनगर: यह महान उपलब्धि आई-क्यू द्वारा किये जा रहे विभिन्न उपचारों के जरिए हासिल हो पाई है, जिसमें रेटिना सर्जरी, रेटिना केयर, लेसिक सर्जरी, ग्लूकोमा मैनेजमेंट, आईसीएल प्रोसीजर, स्क्विंट सर्जरी, ऑकुलोप्लास्टी, ऑप्टिकल सर्विस और अन्य आंखों की देखभाल से जुड़ी अन्य समस्याएं हैं। आई-क्यू के को-फाउंडर और सीईओ राजत गोयल ने बताया, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर और नाइजीरिया सहित विभिन्न हिस्सों के रोगी आई-क्यू के एडवांस ट्रीटमेंट के लिए यहां आ रहे हैं और उन्हें अस्पताल द्वारा बेहतर इलाज दिया जा रहा है। यहां सबसे ज्यादा पीड़ित मोतियाबंद सर्जरी, लेसिक प्रोसीजर और ग्लूकोमा उपचार के लिए आ रहे हैं।
देश के आंखों के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक आई-क्यू सुपर-स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल ने सालाना एक करोड़ से अधिक रोगियों का इलाज करके इतिहास रच दिया है।
श्री गोयल ने बताया, इससे पता चलता है कि Eye-Q को सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में पहचान मिली है। दुनियाभर में करोड़ों लोग आंखों से जुड़े इसके सस्ते और सुलभ इलाज का फायदा ले रहे हैं। इस ग्रुप ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। इस उपलब्धि तक पहुंचने में Eye-Q द्वारा दी जाने वाली मेडिकल सेवाओं का बड़ा योगदान है। हॉस्पिटल द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में मोतियाबिंद सर्जरी, रेटिना केयर, लेसिक सर्जरी, ग्लूकोमा मैनेजमेंट, आईसीएल प्रोसीजर, स्क्विंट सर्जरी, ओक्यूलोप्लास्टी, ऑप्टिकल सर्विस और आंखों से जुड़े अन्य देखभाल और इलाज हैं। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर और नाइजीरिया सहित विभिन्न हिस्सों के रोगी आई-क्यू के एडवांस ट्रीटमेंट के लिए यहां आ रहे हैं और उन्हें अस्पताल द्वारा बेहतर इलाज दिया जा रहा है। यहां सबसे ज्यादा पीड़ित रेटिना सर्जरी, लेसिक प्रोसीजर और ग्लूकोमा उपचार के लिए आ रहे हैं।
आई-क्यू के को-फाउंडर और सीईओ राजत गोयल ने इस महान उपलब्धि पर बातचीत करते हुए कहा, ‘सालाना एक करोड़ से अधिक रोगियों को पार करना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो आंखों की देखभाल बेहतर देखभाल, सस्ते और सुलभ इलाज उपब्ध कराने के हमारे अटूट ध्यान को दर्शाता है। यह हमारे लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है, क्योंकि हम भारत के अलावा पूरी दुनिया में आंखों की देखभाल करने के अपने मिशन को पूरा करना जारी रखते हैं। इस क्षेत्र में हम नई तकनी का सहारा ले रहे हैं और हर स्थिति में बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास कर रहे हैं ताकि कोई भी पीड़ित इलाज से वंचित न रहे।
आई-क्यू के फाउंडर और सीएमडी डॉक्टर अजय शर्मा ने अस्पताल की उपलब्धि पर अपनी बात रखते हुए कहा, ‘सालाना एक करोड़ से अधिक रोगियों का इलाज करना हमारे रोगियों का हमारे प्रति विश्वास का एक गहरा प्रमाण है। यह न केवल हमारी मेडिकल एक्सपर्टाइज्ड की क्वालिटी को दर्शाता है, बल्कि आई-क्यू में प्रत्येक व्यक्ति के विश्वास को भी दर्शाता है। मैं अपनी पूरी टीम का हार्दिक धन्यवाद करता हूं – हमारे असाधारण डॉक्टरों और नर्सों से लेकर हमारे प्रशासनिक कर्मचारियों तक, सभी का इस शानदार उपलब्धि में बड़ा हाथ है। यह उपलब्धि उनके कठिन मेहनत और अटूट विश्वास के बिना संभव नहीं होती। आगे भी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुंच को ज्यादा आसान और सुलभ बनाएंगे।