मुजफ्फरनगर। जिले का स्वास्थ्य विभाग लगातार चर्चा में बना हुआ है, कभी स्वास्थ्यकर्मियों की बदसलूकी तो कभी भ्रष्ट्राचार के मामलों ने सरकार के सभी दावों को झंझोड़ कर रख दिया है। आंख मंद कर बैठे मुख्य चिकित्साधिकारी भी आए दिन इन मामलों में लीपापोती कर मामलों को रफा-दफा कर देते है। इनकी बानकी उस वक्त दिखाई दी जब गुरुरवार को फूड पॉइजनिंग के शिकार एक पीड़ित परिवार से मिलने स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल जिला अस्पताल पहुंचे। हैरानी की बात ये है कि कथित स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी 300 रुपये की घूस लेते मंत्री के सामने ही रंगेहाथ पकड़ा गया। मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस पूरे मामले में कार्रवाई की बात कही है और सीएमएस को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
दरअसल नगर कोतवाली क्षेत्र के उत्तरी रामपुरी में बुधवार देर रात फूड पॉइजनिंग के चलते एक परिवार के पांच लोगों की हालत बिगड़ गई। परिवार के पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया, जिसमें नौ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बच्चों की मौत पर परिवार के लोगों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया और जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए। उनका आरोप है कि यदि समय रहते डॉक्टर बच्चे की गंभीर हालत के बारे में बताते तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। उक्त मामले का संज्ञान लेकर गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल जिला अस्पताल पहुंचे।
हैरानी की बात ये है कि कथित स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी 300 रुपये की घूस लेते मंत्री के सामने ही रंगेहाथ पकड़ा गया। सोचने वाली बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी किसकी शय पर लोगों से मौत का सौदा कर रहे है।
इस मामले में स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि आज जिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कर्मचारियों द्वारा पैसे लेने की बात सामने आई है, जिसके संबंध में सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है और उक्त कर्मचारी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए है।
इस मामले में सीएमएस कर्मचारियों द्वारा पैसे लेने की बात सामले आई है इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।