मुजफ्फरनगर। जनपद में डीएम न्यायालय के फर्जी आदेश की प्रति चकबंदी न्यायालय में जमा करने के मामले में अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के भाई अयाजुद्दीन को पुलिस ने बुढ़ाना के मोहल्ला काजीवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। डीएम न्यायालय के पेशकार राजकुमार ने अयाजुद्दीन नंबरदार और उसके विपक्षी जावेद इकबाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
बता दें कि मामला साफ नहीं होने पर डीएम के आदेश पर दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब पुलिस अपनी जांच में यह साफ करेगी कि असली मुजरिम कौन है? डीएम कोर्ट के पेशकार राजकुमार ने थाना बुढ़ाना में तहरीर देकर बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के भाई शेख अयाजुद्दीन नम्बरदार पुत्र नवाबुद्दीन निवासी मौहल्ला काजीवाड़ा कस्बा बुढ़ाना और उसके विपक्षी जावेद इकबाल पुत्र सगीर अहमद निवासी बुढ़ाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पेशकार राजकुमार के अनुसार डीएम के आदेश पर यह मुकदमा कायम किया गया।
अयाजुद्दीन ने 12 दिसम्बर 2023 को अपनी खेती की जमीन के लिए विपक्षी जावेद इकबाल के साथ चल रहे विवाद में प्रार्थना पत्र के साथ डीएम कोर्ट से 8 दिसम्बर 2023 को जारी कथित आदेश पत्र की प्रति चकबंदी विभाग के कार्यालय को दी थी। इसके साथ प्रकरण का निस्तारण उसके पक्ष में करने का आग्रह किया गया था। इसी बीच डीएम कोर्ट से ऐसा कोई भी आदेश नहीं होने की जानकारी मिलने पर कथित आदेश पत्र की जांच कराई गई। इसके लिए उप जिलाधिकारी बुढ़ाना ने 29 फरवरी 2024 को अपनी जांच रिपोर्ट पेश की।
इस जांच के निष्कर्ष में कहा गया कि ऐसा लगता है कि डीएम कोर्ट से कथित फर्जी आदेश अयाजुद्दीन और उसके विरोधी पक्ष जावेद इकबाल ने एक-दूसरे को हानि पहुंचाने के लिए तैयार कराया है। एसडीएम की जांच में भी यह साफ नहीं हुआ कि डीएम कोर्ट का यह फर्जी आदेश दोनों में से किसने तैयार कराया। इसके बाद एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर ने जांच की। उनकी जांच में भी आदेश फर्जी पाया गया।
थाना बुढ़ाना के प्रभारी निरीक्षक आनन्द देव मिश्रा ने बताया कि डीएम के पेशकार की तहरीर पर अयाजुद्दीन और जावेद इकबाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।