भोपाल/हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए कई विस्फोटों के बाद लगी भीषण आग में मरने वालों की संख्या 12 हो गई है और 200 घायल हैं। कई घायलों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार हरदा के बैरागढ़ इलाके में मगरधा रोड के करीब एक आवासीय बस्ती है और यहां एक अवैध पटाखा फैक्ट्री संचालित है। इस फैक्ट्री में मंगलवार को विस्फोटों के साथ आग लग गई। आसमान में आग और धुएं के गुबार नजर आ रहे हैं। यह आग भीषण रूप ले चुकी है और उसने कई मकानों को भी प्रभावित किया है।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार मरने वालों की संख्या नौ हो गई है। घायलों की संख्या 200 है। घायलों का हरदा जिला अस्पताल व भोपाल के एम्स व नर्मदापुरम के अस्पताल में इलाज जारी है। राहत और बचाव कार्य जारी है। आग पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्र से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई है।
राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस हादसे को लेकर एक्स पर लिखा, हरदा में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मंत्री उदय प्रताप सिंह और वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने इस हादसे में झुलसे और घायलों को बेहतर उपचार मुहैया कराने को लेकर भोपाल तथा इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। साथ ही इंदौर व भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भी भेजा जा रहा है।
फैक्ट्री में पटाखों में विस्फोट और आग के विकराल रूप लेने के बाद आसपास के कई मकान भी इस आग की चपेट में आ गए हैं। इतना ही नहीं फैक्ट्री के आसपास के इलाके में मकान से उछले ईंट-पत्थर ने सड़कों से गुजरते लोगों को भी अपनी चपेट में ले लिया। कई लोग सड़क पर अचेत अवस्था में भी नजर आए। हादसा स्थल पर राहत व बचाव कार्य जारी है। एक दर्जन से ज्यादा जेसीबी मलबा हटाने में लगी है तो जगह-जगह सुलग रही आग व उठते धुएं पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लगी हुई है।
राज्य सरकार के पूर्व मंत्री कमल पटेल ने भी इस हादसे को दुखद बताया है। उनका कहना है कि आग भीषण है और उस पर काबू पाने के लिए आसपास के क्षेत्र से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गई है। इस फैक्टरी को बैन किया गया था, ब्लैक लिस्टिड कर दिया गया था। उसके बाद कैसे चल रही थी, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक के बाद एक कई धमाके सुनाई दिए और आग का गुबार नजर आने लगा। इसके साथ ही पटाखा फैक्टरी के आसपास के मकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। यह धमाके इतने तेज थे कि आसपास का इलाका भी दहल गया।