उज्जैन। अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलाल की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस आयोजन को लेकर आमंत्रण भी भेजे गए हैं, मगर कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें ठुकरा दिया है। इस पर तंज कसते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है जिन लोगों ने आमंत्रण ठुकराया है, वह अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें, नहीं तो ऐसी आंधी चलेगी कि उनका अता-पता भी नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री यादव ने उज्जैन में आयोजित आगर रोड स्थित इंदिरा नगर के समीप रेलवे की जमीन पर बहु-विषयक क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान का विधिवत भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। शहर के विकास में एक और नया आयाम जुड गया है, जो शहरवासियों के लिए अनुपम भेंट होगी।
कार्यक्रम में उन्होंने आगे कहा, “मुझे उम्मीद है कि जिन लोगों ने आमंत्रण को ठुकराया है, वह दोबारा विचार करेंगे। हमारी बहुसंख्यक लोगों की भावनाओं का सम्मान करेंगे। ऐसा नहीं करेंगे तो ऐसी आंधी चलेगी कि उनके अते-पते नहीं चलेंगे। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि भगवान राम के प्रति ऐसा भाव लाते हैं तो यह बहुत दुर्भाग्य की बात है।”
मुख्यमंत्री यादव ने बगैर किसी राजनीतिक दल का जिक्र किए कहा कि जब चुनाव आएंगे तो चाहे कुछ कर लेना, मगर आज तो यह भाव मत लाओ कि भगवान राम के इस क्षण को निहारने से वंचित रह जाओ।