गुरुग्राम। गुरुग्राम पुलिस ने पूर्व मॉडल और मारे गए गैंगस्टर संदीप गडोली की प्रेमिका की हत्या के मामले में दो फरार आरोपियों बलराज गिल और रवि बंगा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है और 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
27 वर्षीय दिव्या पाहुजा की 2 जनवरी को होटल सिटी प्वाइंट के मालिक अभिजीत सिंह ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी, जहां वह रह रही थी।
पुलिस के अनुसार, दिव्या पाहुजा और अभिजीत एक रिश्ते में थे। अभिजीत ने गुस्से में आकर महिला की हत्या कर दी क्योंकि पाहुजा के मोबाइल में कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें थी। जिसे उसने हटाने से इनकार कर दिया था।
यह संदेह है कि अभिजीत के दोस्त बलराज और रवि ने दिव्या के शव को पंजाब में कहीं फेंक दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दिव्या पाहुजा की हत्या में पंचकुला सेक्टर-5 निवासी बलराज सिंह गिल और गुरुद्वारा रोड मॉडल टाउन (हिसार) निवासी रवि बांगा शामिल थे।
पुलिस के एक बयान में कहा गया, ”गुरुग्राम पुलिस की अपराध शाखा की छह टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।”
पुलिस ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस की विभिन्न टीमें बलराज और रवि का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि फरार आरोपियों के बारे में जानकारी देने वाले किसी भी व्यक्ति का नाम और पहचान गोपनीय रखा जाएगा।
पुलिस के बयान में कहा गया है, “वे बचने के लिए विदेश भी भाग सकते थे, इसलिए गुरुग्राम पुलिस ने लुक आउट सर्कुलर जारी किया है ताकि दोनों आरोपी देश छोड़कर न जा सकें।”
दिव्या पाहुजा की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी अभिजीत सिंह, उसके सहयोगी ओम प्रकाश, हेमराज और एक महिला मेघा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मेघा ने अभिजीत को छिपने, हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार, दस्तावेज और दिव्या पाहुजा के निजी सामान को फेंकने में मदद की थी।
ओम प्रकाश और हेमराज ने दिव्या पाहुजा के शव को बीएमडब्ल्यू कार की डिक्की में रखने में अभिजीत की मदद की थी। बाद में बलराज और रवि शव लेकर चले गए।
मेघा ने पुलिस को बताया कि जब वह होटल पहुंची तो उसने दिव्या पाहुजा का शव देखा। सूत्रों के अनुसार, इसके बाद अभिजीत ने मेघा से मृत महिला के सामान को ठिकाने लगाने के लिए कहा, लेकिन, वह उसके निर्देशों का पालन करने से बहुत डर रही थी।
सूत्रों के मुताबिक, मेघा एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी में काम करती थी। पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि दिव्या का शव पटियाला के पास फेंक दिया गया हो।
गोताखोरों के साथ विशेष टीमों द्वारा क्षेत्र में तलाशी की जा रही है। पुलिस ने उस बीएमडब्ल्यू कार को बरामद कर लिया है, जिसका इस्तेमाल शव को पटियाला ले जाने के लिए किया गया था, लेकिन, अभी तक शव बरामद नहीं किया जा सका है।
पूछताछ के दौरान अभिजीत ने पुलिस को बताया कि दिव्या उसे ब्लैकमेल करती थी और पैसे भी वसूलती थी। दिव्या जेल में बंद गैंगस्टर बिंदर गुज्जर के जरिए अभिजीत के संपर्क में आई।
गुज्जर ने अभिजीत से अपने बच्चों की शिक्षा में मदद करने के लिए कहा था और उसी दौरान अभिजीत दिव्या के संपर्क में आया। बिंदर गुज्जर को 2016 में मुंबई में हुई गुरुग्राम पुलिस के साथ गैंगस्टर संदीप गाडोली की कथित फर्जी मुठभेड़ का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है।
दिव्या इस मामले में मुख्य आरोपी थी। बाद में, उसे गैंगस्टर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया और उसने सात साल जेल में बिताए। उसे पिछले साल जून में बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी।
दिव्या के परिवार का आरोप है कि उसकी हत्या की साजिश अभिजीत के साथ मिलकर संदीप गाडोली के परिवार वालों ने रची थी।