इंफाल। नए साल के पहले दिन मणिपुर में ताजा हिंसा हुई, जिसमें थौबल जिले में सशस्त्र हमलावरों ने कम से कम चार लोगों की जान ले ली और 14 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि घटना लिलोंग चिंगजाओ में हुई, जहां लोगों से जबरन वसूली को लेकर हुए झगड़े के बाद हथियारबंद हमलावरों ने लोगों पर गोलियां चला दीं।
घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि पुलिस की वर्दी पहने और अत्याधुनिक हथियारों से लैस हमलावर चार वाहनों में आए और लोगों पर गोलियां चला दीं, जिनमें ज्यादातर मुस्लिम थे।
तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। हत्यारों की पहचान तत्काल पता नहीं चल पाई है।
इस घटना के बाद भारी तनाव हो गया और गुस्साई भीड़ ने हमलावरों द्वारा इस्तेमाल किए गए दो वाहनों को जला दिया।
इस बीच, थौबल हिंसा के मद्देनजर घाटी के सभी पांच जिलों – थौबल, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर के प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील रद्द कर दी और हिंसा को बढ़ने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा को फिर से लागू कर दिया।
अतिरिक्त केंद्रीय और राज्य बल भी थौबल जिले और आसपास के इलाकों में पहुंच गए हैं, जहां जवाबी हमला हो सकता है।
हिंसा की ताजा घटना के बाद कथित तौर पर राज्य की राजधानी इंफाल में भी तनाव बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य में शांति की अपील की और लोगों से कानून अपने हाथ में नहीं लेने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने को कहा। एक वीडियो संदेश में उन्होंने हमले की निंदा की और भरोसा दिया कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।