हैदराबाद। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों की कुर्की से डरने वाली नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस अखबार की 780 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने की साजिश रची, जिसे देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शुरू किया था।
महबूबनगर जिले के आलमपुर निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव अभियान के तहत एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि यह कुर्की तेलंगाना के लोगों को भाजपा और केसीआर का समर्थन करने के लिए उकसाने का भी एक प्रयास था।
उन्होंने कहा, “जो संपत्ति जब्त की गई है, वह किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक अखबार की है, जिसे पंडित नेहरू ने आजादी की लड़ाई की आवाज के रूप में तीन भाषाओं में शुरू किया था। उन्होंने इस अखबार के जरिए लोगों में जागरूकता पैदा की। यह लोगों की आवाज थी और पीएम मोदी और अमित शाह ने ऐसे अखबार के खिलाफ साजिश रची है।”
खड़गे ने कहा कि उन्हें इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि वे कांग्रेस की संपत्ति जब्त कर उसे डरा सकते हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम लड़ना जारी रखेंगे और अंत तक लड़ेंगे। हम अंग्रेजों से नहीं डरे थे और हम भाजपा से कभी नहीं डर सकते, जिसने देश के लिए लड़ाई नहीं लड़ी और जिसकी देश की आजादी में कोई भूमिका नहीं थी।”
तेलंगाना के लोगों से 30 नवंबर के चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाने की अपील करते हुए खड़गे ने कहा कि कांग्रेस उन लोगों से लड़ रही है, जिन्होंने लोगों की जमीनें छीन ली हैं।
उन्होंने कहा, “आप तेलंगाना में जिस तरह का विकास चाहते थे, वह नहीं हुआ है, चाहे सड़कें हों, सिंचाई सुविधाएं हों या स्कूल हों। केसीआर अपने फार्म हाउस में बैठते हैं और फैसले लेते हैं। लोगों को ऐसे व्यक्ति को वोट नहीं देना चाहिए जो उनके बीच नहीं जाता हो।”
खड़गे ने कहा कि तेलंगाना में चुनाव देश के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कांग्रेस यहां जीतकर पूरे देश में जीत दर्ज करने की दिशा में आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस मजबूत होकर उभरेगी और पूरे देश को लाकतंत्र बचाने का संदेश देगी।”
कांग्रेस नेता ने केसीआर, भाजपा और एमआईएम को तीन दोस्त बताया।
उन्होंने कहा, “केसीआर नागपुर आरएसएस मुख्यालय जाते हैं और कहते हैं कि मोदी मेरे दोस्त हैं। ओवैसी अच्छे दोस्त के रूप में केसीआर की प्रशंसा करते रहते हैं। भाजपा ने दोनों के साथ मिलीभगत की है।”
खड़गे ने आरोप लगाया कि तेलंगाना में किसान दुखी हैं, जबकि बेरोजगारों की उम्मीदों पर केसीआर सरकार ने पानी फेर दिया है।
उन्होंने कहा कि केसीआर सरकारी विभागों में दो लाख रिक्तियां भरने में विफल रहे।