हॉस्पिटल दवा में और बिल को लेकर किया था हंगामा
आईएमए न्यूटिमा हॉस्पिटल के पक्ष में खुल कर सामने आया
मेरठ। अस्पताल में मरीज के बिल कम करने व हंगामा करने पर सरधना विधायक अतुल प्रधान समेत चार को नामजद करते तीस से चालीस लोगों के खिलाफ मेडिकल थाने में अस्पताल की सिक्योरीटी इंचार्ज की ओर से मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं न्यूटिमा अस्पताल हंगामा प्रकरण मामले में गुरूवार को आइएमए अस्पताल के साथ खडा हो गया है।
अस्पताल के सिक्योरीटी इंजार्च केहर सिंह ने बताया, सोमवार शाम 5 बजे विधायक अपने समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे। स्टाफ के साथ अभद्रता करते हुए उन्होंने डॉक्टरों को बुलाने के लिए कहा।इसके बाद विधायक ने स्टाफ के साथ गाली-गलौज की और पीटने की धमकी दी। डॉ. संदीप गर्ग, डॉ. अमित उपाध्याय, डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. विजय सिंह, डॉ. तरुण गोयल मौके पर पहुंचे तो उनके साथ भी अभद्रता की और झूठे आरोप लगाए। वहीं मरीज पिछले 26 दिन से अस्पताल में भर्ती था। पूरे बिल का भुगतान किए बगैर विधायक उसे जबरदस्ती अस्पताल से ले गए।”
विधायक अतुल प्रधान, मरीज के पिता, चाचा, दादा और विधायक के 30-40 अज्ञात समर्थकों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा हुआ है। सिक्योरिटी इंचार्ज की तहरीर पर आईपीसी की धारा 147, 504, 506, 452, 269, 270, 271 क्रिमिनल एक्ट, 3ए यूपी चिकित्सा सेवा अधिनियिम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। सिक्योरिटी इंचार्ज ने आरोप लगाया कि बिना बिल भुगतान किए मरीज ले जाने की पुरानी आदत है। अस्पतालों में डॉक्टरों को भी धमकाया गया। डॉक्टर, स्टाफ को मारने पीटने की धमकी भी दी गई।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बैठाई थी जांच
विधायक के अस्पताल में पहुंचकर हंगामा करने और मरीज से बेवजह की लूट की शिकायत करने का वीडियो सामने आने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तुरंत इस मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। डिप्टी सीएम के आदेश के बाद सीएमओ की टीम बुधवार को अस्पताल में जांच के लिए पहुंची।
तीन सदस्यीय समिति करेगी जांच
डीएम दीपक मीणा ने इस मामले में 3 सदस्यीय जांच समिति बना दी है। न्यूटिमा अस्पताल में बिना मानक दवाई देने का आरोप है। समिति आज गुरुवार से जांच शुरूकर दी है । वहीं पूरा आईएमए न्यूटिमा अस्पताल के समर्थन में उतर आया है।
अस्पताल के प्रबंधक ने कहा, सारे आरोप बेबुनियाद
पूरे मामले में अस्पताल के प्रबंधक डॉ. संदीप गर्ग का कहना है, हमारे ऊपर लगे सारे आरोप निराधार हैं। हम किसी मरीज को दवा लेने को बाध्य नहीं करते। विधायक अतुल प्रधान की ओर से लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। जांच में जो दोषी मिले उस पर एक्शन लेना चाहिए।”
आईएमए खुलकर न्यूटिमा अस्पताल के समर्थन में आया
न्यूटिमा अस्पताल में मरीज के परिजनों व व सपा विधायक द्वारा बिल को लेकर हंगामा करने के मामले में आई एमए ने कडी निंदा की है। आईएमए मेरठ ब्रांच के अध्यक्ष डा संदीप जैन ने कहा है न्यूटिमा अस्पताल जो हंगामा हुआ उसे सपोर्ट नहीं करता है। ऐसे वातावरण में एक मरीज को अच्छा व सफल उपचार करने में मेरठ के डाक्टर व हॉस्पिटल अक्षम होंगे। आगे से शहर के किसी भी अस्पताल में इस प्रकार का हंगामा न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा। बैठक में न्यूटिमा अस्पताल के चिकित्सक समेत आईएमए के पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह है पूरा मामला
दरअसल दौराला के गांव मवी मीरा में रहने वाली सोनम अपने बच्चे को न्यूटिमा अस्पताल में इलाज करा रही थी। सोमवार शाम बच्चे की छुट्टी हुई। करीब 5 लाख रुपए का बिल थमाया गया। परिजनों ने साढ़े तीन लाख रुपए दे दिए लेकिन डेढ़ लाख रुपए देने से मना कर दिया। इसी बात पर परिजनों और डॉक्टरों में बहस हुई। परिजनों ने विधायक अतुल प्रधान को बुलाया। अतुल प्रधान ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया। आरोप लगाया कि इस बिल में दवाओं के सॉल्ट नहीं लिखे हैं, मानक विपरीत दवाएं हैं।