-नयी शिक्षा नीति बेहद शानदार एवं ऐतिहासिक पर इसके सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों को पढाई के पुराने ढर्रे को छोडकर लेटेस्ट तकनीक के साथ स्वयं को करना होगा अपडेट- डॉ सुधीर गिरि
मेरठ। बुधवार को राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय एवं वीजीआई मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में सातदिवसीय ’’शिक्षक विकास कार्यशाला’’ के तीसरे दिन देश के जाने माने विख्यात शिक्षाविदों ने शिक्षको को देश का भाग्य निर्माता बताते हुए राष्ट्रीय एवं वैश्विक जरूरतों के मुताबिक पहले खुद को अपग्रेड करते हुए श्रेष्ठ युवा पीढी तैयार करने पर जोर दिया। समूह चैयरमेन एवं विख्यात शिक्षाविद डॉ सुधीर गिरि ने सम्मानित शिक्षको को समय की जरूरतो एवं लेटेस्ट तकनीकों के उपयोग द्वारा भारत में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानो को ’’सेन्टर ऑफ एक्सीलैन्स’’ बनाने का आवहृान किया।
श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय के डॉ सीवी रमन सभागार में सातदिवसीय ’’फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम’’ के तीसरे दिन का शुभारम्भ समूह चैयरमेन डॉ सुधीर गिरि, मुख्य अतिथि एआईसीटीई के पूर्व चैयरमेन प्रो0 आरएस निर्जर, प्रधान सलाहकार प्रो वीपीएस अरोड़ा, प्रतिकुलाधिपति डॉ0 राजीव त्यागी आदि माँ सरस्वती की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो राकेश यादव, डॉ पीयूष पाण्डेय, डॉ राजेश सिंह, डॉ एलएस रावत, डॉ सीपी सिंह, डॉ तेजपाल सिंह, डॉ एसएन साहू, डॉ विवेक सचान, डॉ योगेश्वर शर्मा, डॉ राहुल, डॉ ओमप्रकाश, डॉ अश्विन, डॉ दिव्या गिरिधर, डॉ ज्योति सिंह, डॉ वर्षा यादव, डॉ अनिल जायसवाल, डॉ उमा मिश्रा, डॉ0 राजवर्द्धन, डॉ दिनेश कुमार गौतम, डॉ स्नेहलता, अरूण गोस्वामी, एसएस बघेल, संजीव राय, मेरठ परिसर निदेशक डा0 प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।