10 लाख रूपये का ऑपरेशन हो रहा है निःशुल्क
जन्म से सुनने में असमर्थ बच्चों के लिए कॉक्लेयर इंप्लांट ऑपरेशन वरदान है
मेरठ। अगर आपका कोई बच्चा जन्म से सुनने में असमर्थ है। तो इसके लिए केन्द्र सरकार की ओर से एडिप स्कीम के तहत निशुल्क उपचार किया जाएगा। इसकी सुविधा अब मेरठ शहर में आरंभ हो गया है। न्यूटिमा हास्पिटल ने केन्द्र सरकार से टाईअप किया है।
मीडिया को जानकारी देते हुए इएनटी स्पेस्लिस्ट डा अभिषक माेहन ने बताया केन्द्र सरकार की योजना के तहत यह ऑपरेशन निःशुल्क होता है। डॉक्टर अभिषेक ने बताया एक 4 वर्ष का बच्चा मुजफ्पफर नगर समर्थ है। उसका सफलतापूर्वक ऑपरेशन निःशुल्क न्यूट्रीमा हॉस्पिटल में तीन दिन पहले हुआ। बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है और उसकी अब डिस्चार्ज भी हो गया है। उन्होेंने बताया तीन साल तक बच्चा उनकी देखरेख रहेगा। बच्चे की आठ से नौ माह तक थेरपी करायी जा जाएगी। तब जाकर वह यह समझ पाएंगा कि सामने वाला उसे क्या कह रहा है। उन्होंने बताया ऐसे मरीज को बीच में उपचार छोडने मरीज के खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने बताया आपरेशन के तहत बच्चे के काम के अंदर कॉक्लेयर इंप्लांट मशीन लगाई गयी है।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की योजना ADIP SCHEME जिसमें कॉक्लेयर इंप्लांट एवं उसके ऑपरेशन और स्पीच थेरेपी का पूर्ण खर्चा सरकार द्वारा दिया जाता है।आर्थिक रूप से कमजोर परिवार जो इस ऑपरेशन का खर्चा नहीं उठा सकते हैं वह इस स्कीम का लाभ लेकर अपने बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन न्यूट्रीमा हॉस्पिटल में करा सकता है।डॉ अभिषेक मोहन ने इस स्कीम से अभी तक मेरठ में 50 बच्चों का ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया है, और अब यह स्कीम न्यूट्रीमा हॉस्पिटल में उपलब्ध है। यह स्कीम 5 साल तक के बच्चों के लिए हैं जिनके माता-पिता की आय रूपये 20000 /- महीने से कम है और वह बीपीएल परिवारों से आते है।
ऐसे गरीब परिवार जिनके बच्चे जन्मजात गूंगे और बहरे होते है अब ऐसे बच्चे दिव्याग नहीं रहेंगे, वह भी आम बच्चों की तरह सुन बोल सकेंगे। मेरठ शहर के न्यूट्रीमा हॉस्पीटल के डाक्टरों ने एक पहल की है।उन्होंने बताया इस प्रकार के मरीजों के परिजनों को इस सुविधा का पता नहीं होता है। महंगा इलाज के कारण वह अपने बच्चों को उपचार नहीं करा पाते है। जिसके कारण परेशानी जिंदगी भर के लिए रहती है।
मेरठ का न्यूट्रीमा हॉस्पीटल इस प्रकार की सर्जरी का लाभ आम जनता को पहुंचाने के लिए तत्पर हैं। इस मौके पर सफल बनाने में डॉ संदीप गर्ग, डॉ शालीन, डॉ. रोहित काम्बोज, डॉ अवनीत राणा, कैप्टन राजीव रस्तौगी व डॉ प्रयांक गर्ग मौजूद रहें।
ऐसे गरीब परिवार जिनके बच्चे जन्मजात गूंगे और बहरे होते है अब ऐसे बच्चे दिव्याग नहीं रहेंगे, वह भी आम बच्चों की तरह सुन बोल सकेंगे। मेरठ शहर के न्यूट्रीमा हॉस्पीटल के डाक्टरों ने एक पहल की है।