ग्रामीण समाज विकास केन्द्र ने 10 क्षय रोगियों को गोद लिया
पोषाहार पाकर टीबी मरीजों के खिले चेहरे
मेरठ। 2025 को देश को टीबी मुक्त भारत करने के अभियान में सामाजिक संगठन निक्षय मित्र बनकर कर अपनी जिम्मेदारी को निभा रहे है। इसी क्रम में ग्रामीण समाज विकास केन्द्र ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला में टीबी से दस मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषाहार वितरित किया। पोषाहार पर टीबी मरीजाें के चेहरे खिल उठे।
कार्यक्रम का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला में आयोजित किया गया। ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने डॉक्टर सचिन चिकित्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में सीएचसी दौराला पर क्षय रोगियों को पोषण आहार वितरण किया । संस्था सचिव श्री मेहरचंद ने क्षय रोगियों को पोषण वितरण करते समय क्षय रोगियों को पोषण के साथ साथ आप सभी को दवाई समय पर लेनी है और इलाज पूरा करना है तभी आप स्वथ्य रह सकते हैं ।इस अवसर पर डॉ विकाश शर्मा एसटीओ,डॉ चितवन,डॉ सरला शर्मा,डॉ ज्योति व संस्था की ओर से राहुल व सुभाष सिंह आदि मौजूद रहे।
संस्था के सचिव मेहर चन्द्र ने बताया ग्रामीण समाज विकास केन्द्र पहले से टीबी मरीजों को गोद लेने के साथ उनको पोषाहार वितरित करने करने के साथ उनकी देखभाल करता आ रहा है।
सीएचसी प्रभारी डा सचिन ने बताया टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। समय पर उपचार मिलने पर टीबी मरीज ठीक हो जाता है। टीबी का उपचार पूरी तरह निशुल्क है। इसका पूरा उपचार करना चाहिये। आधा-अधूरा उपचार टीबी को और बिगाड़ देता है। सरकार निक्षय पोषण योजना के तहत हर टीबी मरीज को उपचार चलने तक पांच सौ रुपये प्रतिमाह देती है। यह राशि मरीज के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।