उदयपुर। उदयपुर में 62 वी अखिल भारतीय गेहूँ एवं जौ अनुसंधान कार्यकर्ता गोष्ठी 2023 का आयोजन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ,उदयपुर राजस्थान में डॉ अजित कर्नाटक एवं ICAR -भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसन्धान संस्थान, करनाल हरियाणा के डॉ ज्ञानेन्द्र सिंह जी द्वारा दिनांक 28 से 30 अगस्त 2023 तक उदयपुर राजस्थान में किया गया । गोष्ठी में किसान उमेश कुमार भैंसवाल शामली उत्तरप्रदेश, विकास चौधरी तरावड़ी हरियाणा, प्रीतम सिंह पानीपत, रामगोपाल तिवारी अयोध्या उत्तर प्रदेश, अतर सिंह मुरैना मध्यप्रदेश, कुलदीप शेरगिल पंजाब ने गोष्ठी में उद्धबोधन किया। सभी किसानों को प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश के किसान उमेश कुमार ने प्राकृतिक/आर्गेनिक खेती पर अपने विचार रखे। प्राकृतिक खेती में गेहूं की वेरायटी, अच्छे उत्पादन और बाजार पर जानकारी वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं से साझा की। गेहूँ एवं अन्य फसलों की खेती में वैश्विक तापमान के बढ़ने के कारण फसल उत्पादन कम होने के साथ-साथ बीमारियां बढी है, कोरोना काल में कृषि का योगदान भी जी डी पी में सबसे अच्छा रहा था। वैश्विक अनुबंध के कारण भारत को 2070 तक कार्बन मुक्त करना है। गांव भैसवाल निवासी उमेश कुमार प्राकृतिक खेती में गेहूं, बासमती चावल, दाल, गन्ने के उत्पाद-गुड़ शक्कर ओर खाण्ड का उत्पादन पिछले सात सालों से कर रहे है, इसके अलावा घर पर किचन गार्डन में कुछ सब्जियों को भी उगाते हैं। गोष्ठी में भारत के ICAR एवं IIWBR के कृषि वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के अलावा विश्व के अनेक अमेरिका, जापान, मेक्सिको, स्वीडन,बंगलादेश, इग्लैंड अनेक देशों के वैज्ञानिकों में आधुनिक टेक्नोलॉजी, उन्नत बीज, दवाओं, उत्पादन में आने वाली समस्याओं के समाधान की जानकारी साझा की PL गौतम, S k प्रधान वाइस चांसलर पन्तनगर यूनिवर्सिटी, R S पुरोधा पूर्व डी जी सी डेयर एवं अनुसंधान अमेरिका से जान कॉफमैन, मारिया मेक्सिको, भारत और विश्व के वरिष्ठ वैज्ञानिक और शोधकर्ता ने भाग लिया।