गाजियाबाद। जनपद में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया जाएगा। पीएमएसएमए के लिए अब हर माह चार दिन नियत कर दिए गए हैं। माह की पहली, नौ, 14 और 24 तारीख को सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने के लिए पीएमएसएमए दिवस मनाया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया – इस मौके पर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जाती है और उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान की जाती है ताकि समय रहते चिकित्सकीय प्रबंधन किया जा सके।
डा. भवतोष शंखधर ने बताया – पीएमएसएमए दिवस पर चिकित्सक की देखरेख में गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की जाती है और साथ ही खानपान और जरूरी पोषण के बारे में काउंसलिंग की जाती है। गर्भवती को जरूरी आयरन के लिए हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त भोजन लेने के साथ ही आईएफए (आयरन एंड फोलिक एसिड) की गोलियां नियमित रूप से लेने की सलाह दी जाती है। गर्भकाल में पोषक तत्वों की कमी से शिशु के कमजोर या अपंग होने का खतरा रहता है। आयरन की कमी कई बार शिशु में सीटीईवी (पैर टेड़े होना) का कारण बन जाती है। इसलिए आयरन की गोलियां लेने में कतई लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) अनुराग भारती ने बताया -हर माह की 24 तारीख को जिला महिला चिकित्सालय, संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित सभी फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) यानि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोनी, मोदीनगर, मुरादनगर और डासना पर पीएमएसएमए दिवस का आयोजन होता है। इसके अलावा हर माह की पहली, नौ और 16 तारीख को इन सभी चिकित्सकीय इकाइयों के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 57 स्थानों पर पीएमएसएमए का आयोजन किया जाता है।
मातृ स्वास्थ्य सलाहकार जितेंद्र राव ने बताया पीएमएसएमए दिवस के मौके पर यूरिन और ब्लड जांच के अलावा अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा प्रदान की जाती है। अल्ट्रासाउंड की सुविधा समय से प्रदान करने के लिए सरकार की ओर निजी केंद्रों पर यह सुविधा प्रदान कराई जा रही है। इसके लिए जिले में 29 निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों के साथ करार किया गया है। एएनसी के दौरान ही गर्भवती की अल्ट्रासाउंड जांच के लिए एक क्यूआर कोड जनरेट कर लाभार्थी के मोबाइल पर भेज दिया जाता है। इस क्यूआर कोड के जरिए निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र विभाग से भुगतान प्राप्त कर लेता है और लाभार्थी को निशुल्क सुविधा प्राप्त हो जाती है।