प्रयागराज। यहां के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत ने उमेश पाल हत्याकांड में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी द्वारा दायर सरेंडर अर्जी को खारिज कर दिया है। इससे पहले 22 मई को आयशा के आत्मसमर्पण आवेदन के जवाब में प्रयागराज पुलिस ने अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया था कि उमेश पाल हत्याकांड की जांच के दौरान उन्हें इसमें आयशा की भूमिका के सबूत मिले हैं।
अपनी अर्जी में आयशा ने कहा था कि उन्हें मीडिया में आई खबरों से पता चला कि उन्हें उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है।