अलीगढ़ (बुलंदशहर): प्रदेश में नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा माँओं और शिशुओं को एक साथ रखने की ओ सेपरेटिन (O. Separetion) पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिली प्रेरणाओं तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के दिशानिर्देशों पर जनपद अलीगढ़ के 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मदर न्यूबॉर्न केयर यूनिट (MNCU) का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।मुख्य विकास अधिकारी ने दिए निर्देश, स्वास्थ्य केंद्रों पर बनाएं जायेंगे। एमएनसीयू वार्ड जनपद के 14 स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएनसीयू वार्ड बनाएं जा का रास्ता साफ हो गया है। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा नीरज त्यागी ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया है। जनपद के 100 बेड अस्पताल समेत 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएनसीयू वार्ड (मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट) के निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एमएनसीयू वार्ड निर्माण में कम्यूनिटी एम्पावरमेंट लैब (सीईएल) का वैज्ञानिक एंव तकनीकी सहयोग लिया जाएगा। नव निर्माण एमएनसीयू वार्ड में कम वजन के नवजात शिशु को मां के साथ केएमसी देते हुए बेहतर तरीके से उपचार किया जाएगा, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज त्यागी ने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राणा के निर्देश पर 100 बेड अस्पताल सहित 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएनसीयू वार्ड का निर्माण कराया जाएगा। मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) वार्ड कम वजन के नवजात शिशु को मां की केएमसी के साथ-साथ उपचार कराया जाएगा। जनपद में बनाएं जा रहे एमएनसीयू वार्ड को विशेष सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है, जहां मां के साथ ही नवजात शिशु को प्रशिक्षित स्टाफ़ नर्स, चिकित्सक द्वारा उपचार दिया जाएगा। जिसमें नवजात शिशु के अनुसार तापमान रखा जाएगा। जनपद एमएनसीयू वार्ड में नवजात शिशु को मां के साथ 5 स्टार होटल से भी बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी, जो जनपद के कम वजन के नवजात शिशु को नया जीवन देने का कार्य करेंगे। एमएनसीयू का संचालन होने के बाद मातृ शिशु मृत्यु दर में भी काफी कमी आएगी। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जल्द ही एमएनसीयू वार्डो का संचालन किया जाएगा। एमएनसीयू वार्ड के निर्माण में कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब (सीईएल) का तकनीकी सहयोग लिया जा रहा है। प्रदेश के करीब एक दर्जन जनपदों में सीईएल के तकनीकी वैज्ञानिक सहयोग लिया गया है। एमएनसीयू को संचालित करने हेतु CEL टीम की नर्सिंग टीम द्वारा सभी स्टाफ नर्सेज की कोचिंग संपन्न हो चुकी है, जिसमें उन्हें केएमसी के लाभ, KMC पोजीशन, पोषण, स्वच्छता, आकलन, और सम्मानजनक देखभाल के विषय में विस्तार से बताया गया ताकि आने वाले समय में वह सभी माओं की सफलतापूर्वक बेहतर देखभाल कर सकें। आने वाले 20 से 30 दिनों में एमएनसीयू का कार्य सम्पूर्ण होते ही माओं और शिशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु यह सुविधा माओं और शिशुओं को समर्पित कर दी जाएगी। साथ ही माओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के ऑनलाइन आकलन करने हेतु सभी स्वास्थ्य केंद्रों में टैब मुहैया करवायें गए हैं जिससे माओं और शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रदान की जा सके |