बाड़मेर। जिले के चौहटन क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल में कक्षा 12वीं में पढ़ने वाले एक नाबालिग दलित छात्र की स्कूल के अध्यापक ने बेरहमी से पिटाई कर दी।
चौहटन उप अधीक्षक धर्मेंद्र डऊकिया ने बताया कि स्कूल के टीचर पर आरोप है कि सरकारी स्कूल में रखी मटकी से पानी पीने के बाद दलित छात्र को शिक्षक ने लात मारी और जाति सूचक शब्द भी कहे। हालांकि आरोपित शिक्षक डूंगर राम का कहना है कि राजनीतिक व अन्य कारणों से मुझे परेशान किया जा रहा है। स्टूडेंट्स के साथ कभी कोई मारपीट नहीं की। यह घटना 3 जुलाई की बताई जा रही है। पीड़ित छात्र के पिता की लिखित शिकायत के आधार पर बाड़मेर जिले की चौहटन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
डऊकिया ने बताया कि छात्र के पिता ने पुलिस थाना चौहटन में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के अनुसार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नेतराड में उनका 17 वर्षीय बेटा कक्षा 12वीं में अध्यनरत है। सोमवार सुबह जब स्कूल गया था और स्कूल में रखी मटकी से पानी पी रहा था, जिसे देखकर नामजद अध्यापक डूंगर राम ने उसे अपने पास बुलाया और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए लातों, थप्पड़ और मुक्कों से मारपीट की। यहां तक कि उसके गुप्तांग पर भी लात मार दी। इसकी वजह से वह दर्द से कराहते हुए नीचे गिर पड़ा। स्कूल में पढ़ने वाले अन्य स्टूडेंट्स ने उसे घर पहुंचाया। घटना के दूसरे दिन ज्यादा दर्द होने पर छात्र को अस्पताल ले जाया गया। इस संबंध में 6 जुलाई को चौहटन थाने में मामला दर्ज किया गया।
पीड़ित छात्र ने बताया कि स्कूल के ऑफिस में पानी पीने गया था। नामजद अध्यापक ने जातिसूचक शब्द बोलते हुए लात और थप्पड़ मारा, जिससे वह नीचे गिर गया और स्कूल में पढ़ने वाली उसकी बहन उठाकर उसे कक्षा में ले गई। इस बारे में घर वालों को नहीं बताया लेकिन दूसरे दिन पीड़ित के भाई ने परिवार वालों को इस घटना की जानकारी दी। पीड़ित छात्र के भाई ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन शिक्षक से मिलने स्कूल गए लेकिन स्कूल प्रशासन ने कोई जवाब नहीं दिया। दो-तीन दिन बीत जाने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तब थाने में लिखित शिकायत देकर आरोपित टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
शिक्षक डूंगर राम का कहना है कि एफआईआर दर्ज होने की जानकारी मिली है, लेकिन ऐसा कोई मामला नहीं है। सोमवार की बात है जब प्रार्थना का सत्र चल रहा था तब एक छात्र लेट स्कूल आया था। तब उसे सिर्फ इतना ही कहा गया था कि दौड़कर जल्दी लाइन में खड़े हो जाओ, बाकी इसके सिवा कुछ भी नहीं हुआ। राजनीतिक व अन्य कारणों से मुझे परेशान किया जा रहा है। स्टूडेंट्स के साथ कभी मारपीट नहीं हुई है। शिक्षक का कहना है कि यह जांच का विषय है, जांच होगी तभी सब कुछ सामने आ जाएगा।
डऊकिया के अनुसार लिखित रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर छात्र का मेडिकल करवाया गया है। मटकी से पानी पीने जैसे आरोप लगाए गए हैं वो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। चौहटन ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अमराराम के अनुसार इस मामले की जानकारी मिलने पर चार सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है। समिति स्कूल में जाकर बच्चों और शिक्षकों के बयान दर्ज करेगी उसके बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा।