मेरठ। जनपद में चल रहे एक कदम सुपोषण की ओर अभियान के दौरान जनपद में अभी तक ई-कवच पर मंगलवार (20 जून) तक 8288 गर्भवती पंजीकृत हुई हैं। इनमें से 552 का पंजीकरण गर्भ की पहली तिमाही में किया गया है और दूसरी तिमाही में 4825 महिलाओं और 2911 धात्री माताओं को पंजीकरण किया गया है। अब तक 6.15 लाख आईएफए गोलियां वितरित की जा चुकी हैं। 8.67 लाख कैल्शियम की गोलियां गर्भवती को प्रदान की जा चुकी हैं। 4184 महिलाओं को एल्बेंडाजोल गोलियां दी जा चुकी हैं।
यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. अखिलेश मोहन ने दी। उन्होंने बताया 78 महिलाओं को सुक्रोज इंजेक्शन दिया जा चुका है। 586 उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती को चिन्हित किया गया है।
डा. अखिलेश मोहन ने कहा- एक गर्भवती के अच्छे स्वास्थ्य के लिए सुपोषण पर ध्यान देने की जरूरत होती है। गर्भवती स्वस्थ होगी तभी वह स्वस्थ शिशु को जन्म देगी। मातृ- शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जरूरी है कि गर्भवती का स्वस्थ होना। इसलिए शासन के निर्देश पर सूबे में सात जून से “एक कदम सुपोषण की ओर” कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। यह कार्यक्रम छह जुलाई तक चलेगा। अभियान के तहत गर्भवती और धात्री (स्तनपान कराने वाली) माताओं को चिन्हित कर ई कवच पर पंजीकृत करना और जरूरत के अनुसार उन्हें चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराना है।
एसीएमओ (आरसीएच) डा. जावेद खान ने बताया – गर्भवती-धात्री माताओं और शिशु का स्वास्थ्य, दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। गर्भकाल में शिशु अपना भोजन मां के शरीर से प्राप्त करता है और फिर स्तनपान से। गर्भवती व धात्री महिलाएं अपने को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से हरी सब्जियों का सेवन करें। कैल्शियम के लिए दूध-दही का सेवन करें। आशा- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गंभीर तीव्र अति कुपोषित (सैम) बच्चों का चिन्हांकन कर उनका चिकित्सकीय प्रबंधन करेंगी और पुष्टाहार उपलब्ध कराएंगी।