अब ब्रेस्ट कैंसर की जांच बिना स्तन छूए मशीन से होगी
स्तन का टेंपरेचर देकर बताएगी मरीज को स्तन कैंसर है या नहीं
मेरठ। चिकित्सा क्षेत्र में नयी -नयी तकनीक इजाद हो रही है। जहां पहले महिलाओं के स्तर कैंसर का पता लगाने के लिए कई प्रकार की जांच होती थी। जिससे महिलाओं को काफी तकलीफ होती है। लेकिन महिलाओं के स्तर में कैंसर की जांच के लिए नयी तकनीक विकसित हो गयी है। अब थमौलिटक मशीन से महिलाओं के स्तन की जांच आसानी से की जा सकती है। इससे महिलाओं के बिना स्तन को छूए मशीन बताएगी उक्त महिला को स्तन कैंसर है या नहीं । इस बात की जानकारी गुरूवार को न्यूटिमा हॉस्पिटल में स्त्री रोग विशेषज्ञ डा सुधि काम्बोज ने दी।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि पोलिया , कैंसर व अन्य बीमारियों को समाप्त करने के लिए वैक्सीन आ गयी है। लेकिन अभी तक महिलाओं के स्तन कैंसर की जांच करने के लिए वैक्सीन नहीं बन पायी है। जिसके कारण महिलाओं की कई स्तर पर जांच की जाती है। जिससे महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया अस्पताल में शुक्रवार को ब्रेस्ट कैंसर निशुल्क शिविर लगाया जा रहा है। जिसमें नयी तकनीक से लैस थ्रामोलिटक मशीन से महिलाओं के स्तन कैंसर की जांच बिना छूए की जा सकेगी। उन्होंने बताया मशीन महिलाओं के स्तर के टेंपरेचर को देख कर बताएगी की उक्त महिला को स्तन कैंसर है या नहीं । उन्होंने बताया मेरठ समेत वेस्ट के जिलों में अभी तक इस मशीन का प्रयोग नहीं गया है। पहली बार इस मशीन से जांच की जाएगी। उन्होंने बताया अभी यह तकनीक दिल्ली ,मुबंई, बैग्लेार में अपनायी जा रही है। उन्होंने बताया मुबंई की एक कंपनी इस मशीन से जांच करेगी। उन्होंने बताया कि भारत में महिलाओं में जागरूकता कम होने के कारण अपने स्तन की जांच कराने से संकोच करती है। जबकि विदेशों महिलाए खुले विचार का होने के कारण अपने स्तन की समय -समय पर जांच कराती है। यही कारण देश में महिलाओं में स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रहे है। उन्होंने बताया हर महिला को चालीस की उम्र पार होने के बाद समय समय पर अपने स्तन की जांच करानी चाहिए । उन्होंने बताया स्तन कैंसर कोई खतरनाक बीमारी नहीं है। अगर ससमय पर इसकी जांच करायी जाए तो मरीज की जिंदगी को बचाया जा सकता है। इस मौके पर डा विश्वजीत वैम्बी, डा. दिप्ति वैम्बी, डा. रोहित काम्बोज , डा. संदीप गर्ग आदि मौजूद रहे।