नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न मामले में 1,000 पन्नों से अधिक की चार्जशीट अदालत में दाखिल की। पुलिस ने राउज एवेन्यू कोर्ट की मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट महिमा राय के समक्ष आईपीसी की धारा 354, 354ए और 354डी के तहत आरोपी बृजभूषण के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
सूत्रों ने बताया कि चार्जशीट में करीब 200 गवाहों के बयान हैं।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 22 जून को मुकर्रर की है।
कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी में, छह वयस्क पहलवानों ने आरोप लगाया था कि बृजभूषण सिंह ने कथित तौर पर एक एथलीट को यौन क्रियाओं के लिए मजबूर करने का प्रयास किया, दूसरे पहलवान को अपने बिस्तर पर आमंत्रित किया और उसे गले लगाया। साथ ही अन्य एथलीटों को गलत तरीके से टच किया।
प्राथमिकी में एक पहलवान ने कहा, ”..सिंह ने पहले मेरा यौन उत्पीड़न किया। हालांकि, मुझे फिर से आरोपी ने बुलाया, मेरी टी-शर्ट खींची और अपना हाथ मेरे पेट के नीचे खिसका दिया और मेरी सांस की जांच के बहाने मेरी नाभि पर हाथ रख दिया।
एक अन्य पहलवान ने प्राथमिकी में कहा है कि वह जमीन पर स्ट्रेचिंग/वार्मअप कर रही थी, उसी वक्त बृजभूषण सिंह वहां आए और उसके कोच की अनुपस्थिति में उस पर झुक गए।
पहलवान 2 ने कहा, मेरी अनुमति के बिना मेरी टी-शर्ट खींची और अपना हाथ मेरे स्तन पर रख दिया और मेरी सांस की जांच के बहाने मेरे पेट पर हाथ रखा और मुझे गलत तरीके से टच किया।
उन्होंने कहा, जब हम जंतर मंतर पर विरोध कर रहे थे, सिंह ने अपने गुंडों के जरिए मुझसे संपर्क करने की कोशिश की और धमकियां दी।
प्राथमिकी में तीसरी पहलवान ने कहा था कि फोटो शूट के दौरान सिंह ने उसके नितंब पर हाथ रखा।
सिंह ने मेरे साथ तस्वीर खिंचवाने के बहाने, मेरी इच्छा के विरुद्ध जबरदस्ती मुझे अपने कंधे से कसकर खींच लिया और मुझे एक तस्वीर क्लिक करने के लिए मजबूर किया। मैंने विरोध किया तो उन्होंने कहा, ‘ज्यादा स्मार्ट बन रही है क्या, आगे कोई प्रतियोगिता नहीं खेलने है क्या तूने’।
इसी तरह के आरोप दूसरी महिला पहलवानों ने भी लगाए हैं।