मुजफ्फरनगर। जनपद में एक शिक्षक की सिपाही ने गोली मारकर हत्या कर दी। सिपाही के साथ ही शिक्षक वाराणसी से बोर्ड की कॉपियां जमा करने मुजफ्फरनगर आया था। इस दौरान तंबाकू न देने पर हत्या करने का आरोप है। सिपाही द्वारा शिक्षक की हत्या करने के विरोध में सैंकड़ों शिक्षकों ने सरकूलर रोड पर जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना पर मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक, विधायक पंकज मलिक, सपा के राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा भी मौके पर पहुंचे और शिक्षकों को कारवाई का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार चंदौली जिले के रामगढ़ बैराठ निवासी शिक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह की मुजफ्फरनगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों को लेकर साथ गए सिपाही ने ही घटना को अंजाम दिया। तंबाकू न देने पर सिपाही ने कार्बाइन से शिक्षक पर फायर झोंक दिया। गोली लगने से शिक्षक की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस घटना की छानबीन में जुटी रही।
शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार, दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों जितेंद्र मौर्या और कृष्ण प्रताप के साथ वाहन से यूपी बोर्ड की कॉपियां प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमा कराने के लिए वाराणसी से 14 मार्च को निकले थे। सुरक्षा के मद्देनजर उनके साथ गारद के तौर पर उपनिरीक्षक नागेंद्र चौहान व मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश को भेजा गया था। रास्ते में प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां जमा कराते हुए 17 मार्च की रात मुजफ्फरनगर पहुंचे थे।
कॉपियां एसडी इंटर कॉलेज में जमा करानी थी, लेकिन रात में कॉलेज का गेट बंद होने पर गाड़ी बाहर लगाकर रुके थे। मुख्य आरक्षी बार-बार तंबाकू मांग रहा था और किसी को आराम नहीं करने दे रहा था। इस पर धर्मेंद्र कुमार ने आपत्ति की, तो उसने कार्बाइन से फायर झोंक दिया। नशे में धुत सिपाही ने कार्बाइन की पूरी मैगजीन शिक्षक पर खाली कर दी। उन्हें कई गोलियां लगीं। इसकी सूचना सिविल लाइन थाने को दी गई। सूचना के बाद पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। घायल शिक्षक को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मुख्य आरक्षी को हिरासत में ले लिया। वहीं साथ गए गारद के पुलिसकर्मियों के हथियार अपने कब्जे में ले लिए। पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी देने के साथ ही विधिक कार्रवाई में जुटी रही। पुलिस का कहना है कि परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार को गोली मार दी। वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और संतोष कुमार एक पुलिस टीम के साथ 14 मार्च को चले थे। प्रयागराज, शहाजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां उतारकर ये लोग देर रात में मुजफ्फरनगर पहुंचे थे।
एसडी इंटर कॉलेज का दरवाजा बंद होने के कारण गाड़ी में ही विश्राम कर रहे थे। गाड़ी में आगे ड्राइवर के साथ सब इंस्पेक्टर नागेंद्र चौहान और अध्यापक संतोष कुमार थे। पीछे मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश, अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। सिपाही द्वारा शिक्षक की गोलियों से भून कर हत्या करने की जानकारी मिलते ही बडी संख्या में शिक्षक सरकूलर रोड पर पहुंचें और जाम लगा दिया।