लखनऊ। यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा पर गाज गिरी है। उन्हें पद से हटा दिया गया है। राजीव कृष्णा को पुलिस भर्ती बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया है।
सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में चूक और एफआईआर दर्ज कराने में लापरवाही के चलते डीजी भर्ती बोर्ड अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटाया गया है। उन्हें फिलहाल प्रतीक्षा में रखा गया है।
परीक्षा रद्द होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी और ना ही मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 17 व 18 फरवरी को आयोजित पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 को निरस्त करते हुए अगले 6 माह के भीतर पूरी शुचिता के साथ दोबारा परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
इस परीक्षा के संबंध में जारी एसटीएफ की जांच और अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने यह निर्णय लिया।
बता दें कि यूपी में 60 हज़ार से ज़्यादा सिपाही भर्ती में 48 लाख से ज़्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। पेपर लीक के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई और अगले 6 महीने में फिर से लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाना है।
इससे पहले यूपी एसटीएफ की टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी कर पेपर आउट कराने वाले गिरोह के दो आरोपियों को धरदबोचा था। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान प्रयागराज निवासी अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव के रूप में हुई है। STF ने लखनऊ के शहीद पथ स्थित किसान बाजार के पास से की है।