महोबा। महोबा में सड़क हादसे में किशोर की मौत पर लगे जाम में बवाल हो गया। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस टीम पर अक्रोशित भीड़ हमलावर हो गई। एक दरोगा को लाठी डंडों से दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया,जिसका वीडियो कैमरे में कैद हुआ है। जबकि तीन पुलिस कर्मी मौके से भाग खड़े हुए। घटनास्थल पर एसडीएम ,सीओ सहित भारी पुलिस बल पहुंच गया और मामले को शांत कराया गया। पुलिस ने भीड़ में मौजूद शरारतीतत्वों पर मुकदमा लिखकर सभी को चिन्हित करने में जुट गई है।
दरअसल यह घटना जनपद के पनवाड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत आफतपुरा गांव की है। बताया जाता है कि आफतपुरा गांव में रहने वाले गोपी अहिरवार का 13 वर्षीय पुत्र प्रिंस अपनी साइकिल से जा रहा था। कक्षा 7 में पढ़ने वाला प्रिंस हादसे से बेखबर घर की तरफ साइकिल की तरफ निकाला तभी राठ की तरफ से आ रही रोडवेज बस तेज रफ्तार उसे रौंदते हुए कुचल डाला जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि बस में फंसी साइकिल को घसीटता हुआ चालक 6 किलोमीटर दूर तक ले गया। लोगों ने बस का पीछा किया तब पनवाड़ी तिगेला में बस छोड़कर चालक फरार हो गया। जबकि नाबालिक प्रिंस की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जिससे परिजन और ग्रामीण घटना स्थल पर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते आक्रोशित लोगों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। सड़क पर जाम लगाकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया है। आरोपी बस चलाक के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के साथ-साथ परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई। इस दौरान पनवाड़ी थाने में तैनात दरोगा राम अवतार पुलिसकर्मियों के साथ जाम खुलवाने पहुंचे। पुलिसकर्मी भीड़ को समझाने का प्रयास कर रहे थे मगर भीड़ में मौजूद अराजकतत्वों ने माहौल को बिगाड़ दिया। इससे पहले पुलिसकर्मी कुछ समझ पाए आक्रोशित भीड़ पुलिस टीम पर हमलावर हो गई। भड़की भीड़ ने दरोगा पर हमला कर दिया और लाठी डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर मारा पीटा गया। दरोगा से मारपीट का वीडियो भी कैमरे में कैद हुआ है। जो सोसल मीडिया में भी वायरल हो रहा है। जाम की भीड़ में मौजूद शरारती तत्वों में फिल्मी स्टाइल में दारोगा को दौड़ा दौड़ा कर पीटा है। वीडियो में भी आप साफ देख पा रहे होंगे कि कैसे भीड़ दरोगा को लाठी डंडों से पीट रही है दरोगा बचने का प्रयास कर रहा है तो उसे घसीटा जा रहा है फिर दौड़ाया जा रहा है। किसी तरीके से दरोगा ने खुद को बचाया जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मी भीड़ की उत्तेजना देख भाग खड़े हुए।
सूचना पर सीओ हर्षिता गंगवार, एसडीएम सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और 4 घंटे की मशक्कत के बाद बमुश्किल जाम खुलवाया गया। बताया जाता है कि मृतक अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था। किसकी मौत से परिवार में मातम है। मृतक की दो छोटी बहनें भी हैं। भीड़ द्वारा दरोगा से मारपीट किए जाने से उसे गंभीर चोटें आई हैं जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने बताया कि सड़क हादसे में बच्चों की मौत के बाद लगे जाम में पुलिस कर्मी पहुंचे थे जहां भीड़ में मौजूद शरारती तत्व माहौल बिगाड़ रहे थे जिन्हे पुलिस द्वारा रोका गया तो थाने में तैनात उपनिरीक्षक के साथ अभद्रता और मारपीट की गई है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शरारती तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें चिन्हित किया जा रहा है और सभी पर कठोर कार्यवाही भी की जाएगी।