महानिदेशक नर्सिग ट्रेर्निग ने यूपीएचसी रजबन में किया शुभारंभ
मेरठ। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत सघन मिशन इन्द्रधनुष 50. सोमवार से मेरठ समेत प्रदेश भर में आरभ हो गया। मेरठ के यूपीएचसी रजबन में महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण डा बृजेश राठौर ने मिशन इन्द्रधनूष के तृतीय चरण का शुभारंभ किया । इस मौके पर अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण डा अर्चना त्यागी ने आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ महानिदेश ने फीता काटकर किया। इस दौरान उन्होंने बच्चाें को दवा पिलाई। उन्होंने कार्यक्रम में आए लोगों से अपने बच्चों को नियमित टीकाकरण करने के लिए अपील की।मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ ने बताया कि सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के अन्तर्गत जनपद के सभी क्षेत्रों एवं मलिन बस्तियों, ईट भट्टो, निर्माणाधीन साइट, नो-मैडिक क्षेत्रो आदि में छूटे हुए बच्चों के – टीकाकरण हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार कर सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के अन्तर्गत 1580 सत्रो पर 0 से 5 वर्ष तक के 21877 बच्चों एवं 3098 गर्भवती माताओ को जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु टीकाकरण कराया जा रहा है ।
बता दें चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार का विशेषतः प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार भी अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल करत हुए टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं एवं 0-5 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण हेतु सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 का तृतीय चरण दिनांक 9 अक्टूबर 2023 से 14 अक्टूबर 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत जनपद के सभी क्षेत्रो एवं मलिन बस्तियों, ईट-भट्टो, निर्माणाधीन साइट, नोमैडिक क्षेत्रों में टीकाकरण से छूट बच्चों एवं गर्भवती माताओं का लक्ष्य तय किया गया है। जिसके अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं व 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण करके उन्हे कई गम्भीर बीमारियों जैसे टिटनेस, पोलियो, तपेदिक, गलाघोटू काली खांसी, हेपेटाइटिस बी, पीलिया, हिंब आदि से उनका बचाव किया जाता है। अतः स्वास्थ्य विभाग क साथ-साथ राजस्व, शिक्षा, बाल विकास विभाग, समाज कल्याण, पंचायत राज विभाग, आपूर्ति विभाग व ग्राम्य विकास विभाग, जो जनसामान्य से सीधे जुड़े हैं एवं महत्वपूर्ण सेवायें प्रदान करते हैं, उनको भी इस दिशा में पूर्ण तत्परता से काम करने की आवश्यकता है। उद्घाटन के समय डा० अखिलेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मेरठ, डा प्रवीण गौतम, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी मेरठ, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रजबन एवं सभी पार्टनर्स उपलब्ध थे।