डीजीपी को चिट्ठी लिख एक तरफा कार्रवाई का लगाया आरोप
मेरठ।पुलिस के इस भेदभाव भरे रवैय्ये पर बसपा नेता और बिजनौर लोकसभा सीट के सांसद मलूक नागर ने नाराजगी जाहिर करते हुए मलूक नागर ने डीजीपी यूपी को चिट्ठी भेजी है। जिसमें कहा है कि पुलिस ने एकतरफा मुकदमे लिखकर भेदभाव का रवैय्या अपनाया है। इसे ठीक किया जाए और बिना मतभेद के पुलिस कार्यवाही करे। उन्होंने आरोप लगाया है किसम्राट मिहिर भोज की जयंती पर बिना अनुमति शोभायात्रा निकालने के मामले में पुलिस ने भाजपाइयों पर कोई मुकदमा नहीं लिखा है। जबकि मौके पर भाजपा नेता, राज्यमंत्री दिनेश खटीक भी पहुंचे थे। वीडियो में राज्यमंत्री दिनेश खटीक भी नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस ने बिना अनुमति शोभायात्रा निकालने के मामले में गुर्जर बिरादरी के युवकों और सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा लिखकर एकतरफा कार्रवाई की है।
सांसद मलूक नागर ने डीजीपी को लिखे पत्र में आगे लिखा कि 18 सितंबर को जो जयंती यात्रा निकालने से पुलिस, प्रशासन ने रोका वो इसके बाद भी निकल गई थी। इसमें भाजपा के लोगों के साथ काफी गणमान्य लोग शामिल हुए जैसा सुनने में आया। उन लोागें ने बिना प्रशासन की इजाजत के यात्रा निकाली थी। यात्रा में शामिल भाजपा के लोगों व गणमान्य लोगों को पुलिस ने निकाल दिया और करीब 37 नामजद पर पुलिस ने एक्शन की कोशिश कर रही है।जिन लोगों के खिलाफ पुलिस भेदभाव कर रही है ये नहीं होना चाहिए, जनहित, प्रदेशहित में पुलिस को तुरंत कार्यवाही बंद करना चाहिए। मुकदमे वापस लेने चाहिए।
बता दें कि यात्रा में सपा विधायक अतुल प्रधान, पथिक सेना के मुखिया गुर्जर,कुलविंदर गुर्जर ने हंगामा किया था। जबकि भाजपा नेता राज्यमंत्री दिनेश खटीक आए नेताओं से मिले, उनके सामने हंगामा हुआ। इसके बाद दिनेश खटीक ने माल्यार्पण किया। जनता ने दिनेश खटीक के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। पूरे मामले में पुलिस ने 100 लोगों पर मुकदमा लिखा है। इसमें 30 से ज्यादा नामजद हैं। जिसमें मुखिया गुर्जर का नाम भी है।
बता दें मवाना जहां सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर शोभायात्रा निकालने को बवाल हुआ। यह इलाका हस्तिनापुर विधानसभा में हैं। यहां से भाजपा नेता दिनेश खटीक विधायक हैं। जबकि यह बिजनौर लोकसभा सीट है। यहां बसपा से मलूक नागर सांसद हैं। मलूक नागर ने डीजीपी यूपी को चिट्ठी भेजी है। लिखा है कि सम्राट मिहिर भोज की यात्रा को विवादित कहकर पुलिस, प्रशासन ने अनुमति नहीं दी जो उचित नहीं हैं। यात्रा की परमिशन मिलना चाहिए था।