स्याना/बुलंदशहर। विद्यालय प्रबंधकों के समर्थन में तथा शिक्षाधिकारियों के मनमाने रवैये के विरुद्ध उत्तर प्रदेश विधानसभा में आवाज उठाई जाएगी। मुख्यमंत्री से प्रबंधकों की मुलाकात कराकर उनके हितों की रक्षा की जाएगी। धौलाना विधानसभा क्षेत्र के विधायक धर्मेश तोमर ने उपरोक्त बात स्याना स्थित पब्लिक इंटर कॉलेज परिसर में अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय प्रबंधक सभा के प्रबंधकों के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बतौर भाग लेते हुए कही। विधायक ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रबंधकों की बड़ी संख्या को प्रमाण बताते हुए कहा कि कार्यक्रम में उपस्थिति प्रबंधकों की पीड़ा व संगठन के प्रति प्रबंधकों की भावनाओं व लगनशीलता को दर्शाती है। उन्होंने कार्यक्रम के संयोजन पर जनपद महासचिव प्रदीप श्रोत्रिय को बधाई दी। मालूम हो कि विधायक धर्मेश तोमर राजपूताना रेजीमेंट इंटर कॉलेज पिलखुवा (हापुड़) के प्रबंधक हैं। धर्मेश तोमर ने कहा कि हम सीबीएसई बोर्ड के स्कूल भी चला रहे हैं, लेकिन कोई समस्या नहीं है। तोमर ने स्पष्ट कहा कि सबसे ज्यादा समस्याएं माध्यमिक शिक्षा के अधिकारियों द्वारा पैदा की जाती हैं। ऐसे तानाशाह अधिकारी चाहें तो अपनी सरकारी मदद को वापस ले लें, अवश्य ही उनकी मदद के बिना विद्यालयों का संचालन पठन-पाठन बहुत उच्च स्तर का बन जाएगा। विधायक ने कहा कि नित-प्रतिदिन प्रबंधकों के विरुद्ध कोई भी आदेश पारित कर देना अब हर हाल में बंद करना पड़ेगा। यह तानाशाही रवैया अब चलने वाला नहीं है, क्योंकि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की न्यायप्रिय सरकार है। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघ के नेता यदि राजनीति करते हैं तो इस पर कोई आपत्ति नहीं है। कॉलेज में यदि शैक्षणिक कार्य ईमानदारी व सुचारू ढंग से किया जा रहा तो उनसे कोई विरोध नहीं है। उन्होंने संगठन के महत्व के प्रति कहा कि प्रथम पायदान पर संगठन को मजबूत करना संगठन की एकता की गारंटी है। जिस दिन संगठन परिपक्व हो जाएगा, तब 75 सालों से चली आ रही समस्या 75 दिन में ही समाप्त हो जाएगी। उन्होंने उपस्थित प्रबंधकों को चेताया कि वर्तमान समय अस्तित्व की लड़ाई का है। इसके बाद कोई अवसर नहीं रहेगा, क्योंकि आउटसोर्सिंग द्वारा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को विद्यालय में रखना अधिकारों का हनन है। इस अवसर पर मेरठ मंडल के प्रभारी सत्यभूषण गुप्ता ने 21 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन विधायक धर्मेश तोमर को सौंपा। महासचिव प्रदीप श्रोत्रिय ने प्रबंधकों को मानदेय दिए जाने की मांग उठाई। कहा कि जनप्रतिनिधियों को सरकार मानदेय देती है, जबकि शिक्षा विभाग में बजट बहुत वृहद है, इसलिए तत्काल ही उत्तर प्रदेश के प्रबंधकों को उचित मानदेय प्रदान किया जाना चाहिए। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि आगामी 10 सितंबर को लखनऊ में प्रदेश स्तर की एक बैठक होगी, जिसमें आगामी 13 अक्टूबर को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन की योजना तैयार की जाएगी। 75 जिलों में संगठन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाएगा। बलिया से आए हुए प्रबंधक सभा के प्रदेश महासचिव दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में 70 जिलों में प्रबंधक सभा का गठन किया जा चुका है। अलंकार योजना तथा अन्य विकास योजना के व्यवहारिक बनाने के लिए संगठन द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं, जिनको लागू कराने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल प्रभारी सत्यभूषण त्यागी ने की संचालन प्रदीप श्रोत्रिय व कोऑर्डिनेटर रवि सिंहल ने किया। इस अवसर पर इंद्रजीत सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष ( बुलंदशहर) नामित करने की घोषणा की गई। कार्यक्रम में वयोवृद्ध शतायु यादराम शर्मा (प्रबंधक रछौती, मेरठ) को सम्मानित किया गया। पब्लिक इंटर कॉलेज के पुरातन छात्र पूर्व चेयरमैन चौ. बदरुल इस्लाम को भी सम्मानित किया गया। कॉलेज के छात्र रहे पूर्व राजस्व मंत्री स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह सिरोही को मरणोपरांत विशेष सम्मान प्रदान करते हुए उनके पुत्र विनय सिरोही को सम्मान सौंपा गया। कार्यक्रम संयोजक प्रदीप श्रोत्रिय को विधायक धर्मेश तोमर ने सम्मानित किया। प्रधानाचार्य कैप्टन रविंद्र कुमार व विद्यालय परिवार ने व्यवस्था में दायित्व निर्वहन किया। कार्यक्रम में मेरठ मंडल के समस्त जिलों के पदाधिकारी तथा क्षेत्र के समाजसेवी उपस्थित रहे। मंडल अध्यक्ष प्रभुदयाल सिसौदिया व प्रदीप श्रोत्रिय ने आगुन्तकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रबंधक राहत हकीम, मनोज शर्मा, निर्भय शर्मा, विपिन बंसल, डॉ नितिन तोमर, यश शर्मा, उषा देवी, राजकुमार पंवार अभी उपस्थित रहे।